धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया दिसंबर 2009 में नंबर 1 बनी और अगस्त 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ खत्म होने तक नंबर 1 पर बरकरार रही। चलिए दो भागों में टीम के रिकॉर्ड पर नजर डालते हैं - धोनी के कप्तान बनने से नंबर 1 टीम बनने तक और फिर नंबर 1 बनने से रैंकिंग खोने तक । कप्तान बनने से नंबर 1 टीम तक का सफर मैच 8 जीत 5 हार 0 ड्रॉ 3 जीत /हार अनुपात --- नंबर वन टीम बनने के बाद : मैच 21 जीत 8 हार 7 ड्रॉ 6 जीत /हार अनुपात 1.142 जैसे कि हम देख सकते हैं जब से टीम इंडिया नंबर वन बनी उसके बाद से धोनी की कप्तानी में टीम ने जितने मैच जीते उतने ही हारे और जीत/हार का अनुपात सिर्फ 1.142 है। कोहली की कप्तानी में जनवरी में टीम नंबर वन बनने के बाद ज्यादा दिन तक वहां बरकरार तो नहीं रही लेकिन जिस प्वाइंट पर गौर करने की जरूरत है वो है की तब से लेकर भारतीय टीम अभी तक एक भी टेस्ट नहीं हारी है। भारतीय टीम जनवरी में नंबर वन बनने के बाद से अब तक 7 टेस्ट खेल चुकी है जिसमें 5 बार भारत को जीत मिली है तो 2 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। असल में पिछले साल अगस्त में श्रीलंका से हारने के बाद जहां चंदीमल ने गज़ब का प्रदर्शन किया था और हेराथ ने जादुई स्पेल डालकर भारतीय टीम का सफाया किया था , भारतीय टीम अभी तक कोई भी मैच नहीं हारी है। कोहली के आंकड़े : कप्तान बनने से नंबर 1 टीम तक का सफर मैच 10 जीत 5 हार 2 ड्रॉ 3 जीत /हार अनुपात 2.50 नंबर 1 टीम बनने से आज तक का सफर मैच 7 जीत 5 हार 0 ड्रॉ 2 जीत /हार अनुपात --- ओवरऑल : मैच 17 जीत 10 हार 2 ड्रॉ 5 जीत /हार अनुपात 5.00