भारतीय मूल के कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने दूसरे देशों के लिए खेला है। क्रिकेट के इतिहास में इस लिस्ट के अनुसार हाशिम आमला का नाम सबसे सबसे ज़्यादा प्रमुख है। इनके अलावा वेस्टइंडीज टीम के भी कुछ खिलाड़ी इस सूची में आते हैं जिनमें पूर्व क्रिकेटर अलविन कालीचरण के साथ साथ मौजूदा दौर के दिग्गज स्पिनर सुनील नारेन भी शामिल हैं। जैसा कि वेस्टइंडीज टीम के नाम में ही इंडिया का अंश आता है वैसे ही अगर ये कहा जाए कि, ना सिर्फ दोनों टीमों के नाम एक जैसे हैं बल्कि भारत के रहने वाले कुछ खिलाड़ी हैं जिन्होंने वेस्टइंडीज के लिए ना सिर्फ लंबे समय तक खेला है बल्कि अपना नाम भी इतिहास में दर्ज कराया है। यहां भारतीय मूल के कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने वेस्ट इंडीज की तरफ से खेला है और काफी हद तक कामयाब भी हुए हैं, क्या आप इन खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं ? #1 रामनरेश सरवन साल 2000 में वेस्टइंडीज टीम में अपना डेब्यू करने वाले भारतीय मूल के खिलाड़ी हैं रामनरेश सरवन। सरवन ने बार्बाडौस में पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला मैच खेला था। सरवन इस टीम के एक बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं। अपने करियर में कई उतार चढ़ाव और चोट के कारण सरवन टीम में लगातार जगह नहीं बना पाये। सरवन ने अपने करियर में टेस्ट और वनडे मैच खेलते हुए दोनों ही फॉर्मेट में लगभग 6000 रन के करीब बनाए हैं। वो वेस्टइंडीज की उस विजयी टीम का भी हिस्सा थे जिसने ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध विशाल 418 रन का लक्ष्य हासिल किया था। सरवन ने इस मैच में चंद्रपॉल के साथ मिलकर शानदार शतक भी लगाया था और टीम को इस विशाल स्कोर के लक्ष्य तक पहुंचाने में मदद की थी, जो टेस्ट इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी चेज़ है। सरवन के नाम 20 अंतर्राष्ट्रीय शतक हैं जिनमें पांच वनडे और 15 टेस्ट में लगे हैं। सरवन भारत की एक हिन्दू परिवार से हैं, उनके माता और पिता का नाम कुमारी और किशन सरवन है। #2 अलविन कालीचरण अलविन कालीचरण भारतीय मूल के वेस्टइंडीज टीम में खेलने वाले एक और बड़े खिलाड़ी हैं, जिन्होंने वेस्टइंडीज के 1972-81 तक खले है। अपने दिनों में अलविन को दाएँ हाथ का एक स्टाईलिश बल्लेबाज़ माना जाता था। कालीचरण को उनकी बल्लेबाज़ी अंदाज़ के लिए भी जाना जाता है। बल्लेबाज़ी के साथ साथ वो एक सफल ऑफ ब्रेक गेंदबाज़ भी थे। कालीचरण साल 1973 के विस्डन क्रिकेटर भी रहे हैं। वो उस विजयी वेस्टइंडीज टीम का भी हिस्सा रहे हैं जिसने वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। 1977-78 में क्लाईव लायड के टीम के कप्तान के रोप में इस्तीफ़े के बाद कालीचरण को टीम का कप्तान बनाया गया था। अपने सफर में उन्होंने 66 टेस्ट मैच खले हैं जिसमें उन्होंने 4399 रन बनाए हैं। #3 रोहन कनहाई 1960 के दशक में रोहन वेस्टइंडीज टीम के सबसे महान और सफल खिलाड़ी रहे हैं। अपने सफर में उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए 79 टेस्ट मैच खेले हैं। रोहन पूर्व गायनीज़ खिलाड़ी हैं जबकि उनके पूर्वज भोजपूरी मूल के हैं। रोहन ने अपना टेस्ट डेब्यू इंग्लैंड के विरुद्ध 1957 में किया था। और पहले पहले तीन टेस्ट मैचों में उन्होंने टीम के लिए सलामी बल्लेबाज़ी के साथ साथ विकेटकीपिंग भी की थी। वो अपने अद्भुत शॉट्स के लिए मशहूर थे, खास कर उनका फॉलिंग हुक शॉट। उनके करियर के बीच में उन्हें नेशनल टीम का कप्तान भी बनाया गया था जिसका हिस्सा सर गारफील्ड सौबर्स भी रहे हैं। रोहन ने 1974 में इंग्लैंड के विरुद्ध अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था। #4 दिनेश रामदिन त्रिनिडाड से आए विकेटकीपर बल्लेबाज़ दिनेश रामदिन ने साल 2005 में अपना टेस्ट और वनडे डेब्यू श्रीलंका और भारत के विरुद्ध किया। दिनेश के पूर्वज भोजपूरी मूल के हैं। उनके नाम विकेटकीपर के तौर टेस्ट में व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड है जबकि वनदे में ऐसा करने वाले वो दूसरे वेस्टइंडियन विकेटकीपर हैं। साल 2011 में रामदिन को त्रिनिडाड और टोबैगो का कप्तान भी बनाया गया, और वो भी भारतीय मूल के खिलाड़ी डैरेन गंगा की जगह पर। उनके नाम टेस्ट में चार शतक भी दर्ज हैं जिसमें दो इंग्लैंड के विरुद्ध है और एक-एक शतक बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के विरुद्ध है। वनडे में भी उनके नाम दो शतक दर्ज हैं। साल 2014 में उन्हें डैरेन सैमी की जगह टेस्ट टीम का कप्तान भी बनाया गया था। #5 शिवनारायण चंद्रपॉल पूर्व वेस्टइंडियन क्रिकेटर, शिवनारायण चंद्रपॉल जो गायना से आते हैं, क्रिकेट जगत में वेस्टइंडीज के सबसे बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाज़ रहे हैं। वो पहले इंडो-कैरेबियन क्रिकेटर हैं जिन्होंने 100 टेस्ट मैच खेले हैं। चंद्रपॉल का भी बल्लेबाज़ी अंदाज़ बहुत अद्भुत है पर उसके बावजूद भी उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 12000 हज़ार के करीब रन बनाए हैं जबकि वनडे में उनके नाम करीब 9000 रन दर्ज हैं। चंद्रपॉल वेस्ट इंडीज के लिए दो दशक तक निरंतर बेहतरीन प्रदर्शन करते रहे हैं। साल 1994 में अपना डेब्यू करने वाले चंद्रपॉल ने करीब 21 साल तक वेस्ट इंडीज टीम के लिए खेला है। चंद्रपॉल ने अपना आखिरी टेस्ट मैच साल 2015 में इंग्लैंड के विरुद्ध खेला था।