हरियाणा का यह खिलाड़ी भारत का विकेटकीपर बल्लेबाज रह चुका है। इनका करियर भी बहुत छोटा रहा। 6 मैचों के टेस्ट करियर में वह सिर्फ 163 रन बना सके और उनका औसत भी महज 18.11 का रहा। हालांकि, यह सारे मैच उन्होंने घरेलू नहीं बल्कि विदेशी जमीन पर खेले। करियर के तीसरे टेस्ट में उन्होंने शतक जमाया। उस वक्त उनकी उम्र 20 साल थी। इस शतक के बाद वह टेस्ट शतक लगाने वाले सबसे युवा विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए। इसके कुछ वक्त बाद ही उनकी जगह पार्थिव पटेल ने ले ली। फिलहाल वह पंजाब रणजी टीम के कोच हैं। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट 2002 में इंग्लैंड दौरे के दौरान खेला था।