5 ऐसी महिला क्रिकेटर जो एकदम पुरुष क्रिकेटरों की तरह खेलती हैं

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मेंस और वुमेंस क्रिकेट की तुलना काफी बेमानी होगी, क्योंकि दोनों ही के खेल में काफी अंतर है। मेंस क्रिकेट जितनी लोकप्रियता वुमेंस क्रिकेट को हासिल नहीं है। मेंस क्रिकेट जहां 3 से 4 चैनलों पर प्रसारित होता है वो भी कई भाषाओं में। वहीं वुमेंस क्रिकेट का प्रसारण किसी भी चैनल पर नहीं होता। इसके अलावा स्टेडियम भी खाली रहते हैं। जबकि मेंस क्रिकेट के दौरान स्टेडियम खचाखच भरा रहता है। हालांकि इंग्लैंड में हाल ही में खेले गए वर्ल्ड कप के बाद लोग अब वुमेंस क्रिकेट में भी काफी दिलचस्पी लेने लगे हैं। अगर हम पूरा मैच देखें तो पता चलता है कि वुमेंस क्रिकेट में भी मैच काफी रोमांचक होते हैं और यहां पर काफी कड़ा मुकाबला देखने को मिलता है। कुछ महिला क्रिकेटर काफी कमाल की क्रिकेट खेलती हैं। उन्हे देखकर मेंस क्रिकेट के कुछ दिग्गजों का नाम याद आ जाता है। ये महिला क्रिकेटर बिल्कुल उन्ही की तरह क्रिकेट खेलती हैं। आइए आपको बताते हैं ऐसे ही 5 महिला क्रिकेटरों के बारे में जो एकदम मेल क्रिकेटरों की तरह खेलती हैं। 5. मरीजेन कैप और शॉन टैट वुमेंस क्रिकेट में साउथ अफ्रीका की टीम में तेज गेंदबाजों की कमी नहीं है। प्रोटियाज टीम में एक से बढ़कर एक दिग्गज महिला तेज गेंदबाज हैं। उन्हीं में से एक हैं मरीजेन कैप जो कि बिल्कुल कंगारु तेज गेंदबाज शॉन टैट की तरह गेंदबाजी करती हैं। वो महिला वनडे क्रिकेट की नंबर एक तेज गेंदबाज हैं। हालांकि शॉन टैट कभी अपने करियर में नंबर एक गेंदबाज नहीं बन पाए लेकिन मरीजेन कैप बिल्कुल उन्ही की तरह गेंदबाजी करती हैं। कैप का रनअप काफी खतरनाक है और गेंद को लेट ऑउट स्विंग करती हैं। वो शान टैट की तरह तेज कदमों से आकर काफी तेज गेंद डालती हैं। उनकी यही खूबी उन्हे काफी खतरनाक गेंदबाज बनाती है। दोनों गेंदबाजों की कमजोरी भी एक जैसी है। दोनो ही काफी वाइड गेंदे डालते हैं। दोनों खिलाड़ियों में शायद एक ही बात अलग है और वो ये है कि कैप निचले क्रम में बल्लेबाजी भी करती हैं। वो अब तक ज्यादा चोटिल भी नहीं हुई हैं। लेकिन शॉन टैट के साथ ऐसा नहीं था। 4. डेन वान निकर्क और शेन वॉर्न den ये हैं साउथ अफ्रीका वुमेंस टीम की कप्तान डेन वान निकर्क जो कि एकदम ऑस्ट्रेलियाई लिजेंड शेन वॉर्न की तरह गेंदबाजी करती हैं। अगर आप निकर्क के एक्शन, उनके गेंदबाजी रनअप और जिस तरह से वो गेंद डालती हैं उसको देखें तो एकदम शेनवॉर्न की याद आ जाती है। आप उनके पिक प्वॉइंट को लें या रिलीज प्वॉइंट को हर एक चीज में शेन वॉर्न से उनकी समानता नजर आती है। निकर्क की एक खूबी ये भी है कि अगर वो गेंद से विकेट नहीं ले पाईं तो निचले क्रम में काफी उपयोगी बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं। शेन वॉर्न की ही तरह वो कप्तान भी काफी अच्छी हैं। चाहे वो ऑन फील्ड हो या फिर ऑफ फील्ड। 3. स्मृति मंधाना और सौरव गांगुली smriti स्मृति मंधाना के बचपन के कोच के मुताबिक स्मृति के आइडल कुमार संगकारा थे। लेकिन उनके खेलने के स्टाइल से हमे भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की याद आ जाती है। स्मृति का खेलने का स्टाइल बिल्कुल दादा की तरह है। गांगुली की ही तरह मंधाना भी किसी भी शॉट को काफी खूबसूरती से कट करती हैं। थोड़ी सी भी जगह मिलने पर वो गेंद को प्वॉइंट और बैकवर्ड प्वॉइंट के गैप से काफी खूबसूरती से निकालती हैं। थर्ड मैन की तरफ गाइड करके सिंगल निकालने की कला भी उनके अंदर बखूबी है। अगर गेंद शॉर्ट है और सीधी आ रही है तो मंधाना उसे पुल जरुर करेंगीं भले ही वो बाउंड्री लाइन तक पहुंचे या नहीं। उनकी यही सब खूबी उन्हे सौरव गांगुली के समान बनाती है। 2. मेग लैनिंग और माइकल क्लार्क mec मेग लेनिंग ने एक बार कहा था कि' कि जब वो बड़ी हो रहीं थीं तो रिकी पोटिंग उनके हीरो थे। वो जिस तरह से गेम को लेकर चलते थे और बल्लेबाजी करते थे उन्हे काफी पसंद था।' लेनिंग ने अपने क्रिकेट में भी काफी कुछ रिकी पोटिंग को काफी करने की कोशिश की लेकिन उनकी बल्लेबाजी पोटिंग की तरह नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया के एक और पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क की तरह लगती है। पिछले कुछ सालों में लेनिंग एक युवा क्रिकेटर से एक वर्ल्ड क्लास क्रिकेटर के तौर पर उभरकर सामने आई हैं। जब वो बल्लेबाजी कर रहीं होती हैं तो टीम उन पर भरोसा करती है। उनका हर एक शॉट काफी सोच-समझकर खेला गया होता है। लेनिंग फील्डर भी काफी शानदार हैं और एक सम्मानित कप्तान हैं। टीम में हर खिलाड़ी उनका सम्मान करती है। उनकी कवर ड्राइव, कप्तान के तौर पर रणनीति काफी कुछ क्लार्क से मिलती है। कुल मिलाकर कहें तो उनके अंदर माइकल क्लार्क की झलक मिलती है। 1. हरमनप्रीत कौर और युवराज सिंह harmannn वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हरमनप्रीत कौर ने जिस तरह की आतिशी पारी खेली वो लंबे समय तक क्रिकेट इतिहास में याद रखी जाएगी। बहुत से लोगों ने उनकी पारी की तुलना 1983 वर्ल्ड कप में जिम्बॉब्वे के खिलाफ खेली गई कपिल देव की 175 रनों की पारी से भी की। अगर हरमनप्रीत कौर की बल्लेबाजी स्टाइल को देखें तो वो बिल्कुल धाकड़ बल्लेबाज युवराज सिंह की तरह खेलती हैं। हाई बैक लिफ्ट, शानदार फॉलो थ्रू और विस्फोटक बल्लेबाजी, ये सब चीजें उन्हे युवराज की श्रेणी में लाकर खड़ी करती हैं। युवराज की ही तरह हरमनप्रीत भी काफी विस्फोटक बल्लेबाजी करती हैं। दोनों ही खिलाड़ियों की खास बात ये है कि दोनों ही बड़े मैच के खिलाड़ी हैं। लेखक-साग्निक कुंदू अनुवादक-सावन गुप्ता