टेस्ट क्रिकेट इतिहास में राहुल द्रविड़ के नाम 5 वर्ल्ड रिकॉर्ड

क्रिकेट के खेल में कई शानदार खिलाड़ी हुए हैं। इन खिलाड़ियों ने अपने खेल की बदौलत सभी को प्रभावित करने में कामयाबी हासिल की है। जिसके बाद कई खिलाड़ियों को उनके संन्यास लेने के बाद भी विश्व क्रिकेट में याद किया जाता है। इन खिलाड़ियों में राहुल द्रविड़ का नाम भी आता है। राहुल द्रविड़ भारतीय क्रिकेट टीम के शानदार खिलाड़ियों में से एक थे। राहुल द्रविड़ एक ऐसे खिलाड़ी के रूप में जाने जाते हैं जो मुश्किल वक्त में भी टीम के लिए सहारे के रूप में बने रहते थे। राहुल द्रविड़ टेस्ट क्रिकेट के अनुभवी बल्लेबाजों में शुमार हैं। ऐसे कम ही मौके देखे गए होंगे जब राहुल द्रविड़ का बल्ला टेस्ट क्रिकेट में न चलता हो। टेस्ट क्रिकेट में अपनी भरोसेमंद पारियों की वजह से राहुल द्रविड़ को दीवार (The Wall) के नाम से भी जाना जाता है। भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए राहुल द्रविड़ ने कई शानदार पारियों को अंजाम दिया है। इन पारियों की बदौलत राहुल द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट में नए कीर्तिमान भी स्थापित किए हैं। वहीं टेस्ट क्रिकेट में राहुल द्रविड़ ने कई विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम किए हैं। इन रिकॉर्ड में सर्वाधिक कैच, सबसे ज्यादा गेंदों का सामना, क्रीज पर लंबा समय बिताना भी अहम है। वहीं साझेदारियों के मामले में भी भारतीय टेस्ट क्रिकेट में राहुल द्रविड़ का नाम सबसे आगे है। आइए जानते हैं राहुल द्रविड़ के जरिए टेस्ट क्रिकेट में बनाए गए पांच विश्व रिकॉर्ड।

#1 सबसे ज्यादा गेंदों का सामना और सबसे लंबे समय तक क्रीज पर टिकना

बेशक राहुल द्रविड़ टेस्ट क्रिकेट के महान खिलाड़ी थे। टेस्ट क्रिकेट में राहुल द्रविड़ मैदान पर आने के बाद आसानी से अपना विकेट नहीं गंवाते थे। विरोधी गेंदबाजों के भी राहुल द्रविड़ का विकेट लेने में पसीने छूट जाया करते थे। राहुल द्रविड़ मैदान पर आने के बाद टेस्ट मैचों में धीरे -धीरे स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाकर टीम के लिए रन स्कोर करने में माहिर थे। इसकी बदौलत ही राहुल द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा गेंदों का सामना करने और सबसे लंबे समय तक क्रीज पर टिके रहने का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है। अपने टेस्ट करियर में खेलते हुए राहुल द्रविड़ ने 31,258 गेंदों का सामना किया है। इसके बाद राहुल द्रविड़ के अलावा दूसरे नंबर पर सचिन तेंदुलकर का नाम आता है, जिन्होंने अपने टेस्ट करियर में 29,437 गेंदों का सामना किया है। वहीं अपने टेस्ट करियर में राहुल द्रविड़ ने 44,152 मिनट क्रीज पर बिताए हैं,जो कि करीब 736 घंटों के समान है।

#2 सभी 10 टेस्ट खेलने वाले देशों के खिलाफ शतक लगाने वाले पहले क्रिकेटर

अपने टेस्ट करियर के दौरान राहुल द्रविड़ ने कई शतकीय पारियां खेली हैं। इसकी बदौलत राहुल द्रविड़ ऐसे पहले क्रिकेटर के रूप में जाने जाते हैं जिन्होंने सभी 10 टेस्ट खेलने वाले देशों के खिलाफ शतकीय पारी को अंजाम दिया है। उनके करियर के दौरान इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और भारत 10 टेस्ट खेलने वाले राष्ट्र थे। राहुल द्रविड़ बिना रुके दीवार की तरह क्रीज पर टिक जाते है और रन स्कोर किया करते थे। इस दौरान वो अपनी पारियों को शतक में भी तब्दील कर दिया करते थे। राहुल द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर में 36 शतक लगाए हैं। वहीं पांच दोहरे शतक भी राहुल द्रविड़ ने अपने नाम किए हैं। राहुल ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ साल 1996-97 में पहला शतक लगाया था। अपना पहला शतक लगाते हुए राहुल ने 148 रनों की पारी खेली थी। वहीं राहुल द्रविड़ का टेस्ट में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर 270 रन है, जो कि उन्होंने रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था।

#3 नंबर तीन पर खेलत हुए सर्वाधिक रन

टेस्ट क्रिकेट में खेलते हुए राहुल द्रविड़ ने ज्यादातर नंबर तीन पर ही बल्लेबाजी की है। इस दौरान राहुल द्रविड़ मैदान पर टिककर रन स्कोर करते थे। राहुल द्रविड़ के नाम विश्व टेस्ट क्रिकेट में नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। उन्होंने इस दौरान 10,000 रनों का आंकड़ा भी पार कर दिया। राहुल द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर में 286 पारियां खेली और इस दौरान उन्होंने अपने करियर में 13,288 रन स्कोर किए। वहीं टेस्ट में नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए राहुल द्रविड़ ने 219 टेस्ट पारियां खेली हैं और इनमें 10524 रन बनाए हैं। इस दौरान राहुल द्रविड़ की औसत 52.88 की रही। साथ ही राहुल द्रविड़ ने 28 शतक और 50 अर्धशतकीय पारियों को भी अंजाम दिया। 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ अपनी पहली सीरीज के अलावा द्रविड़ ने अपने करियर में सबसे ज्यादा नंबर 3 पर बल्लेबाजी की है। साल 2001 में फॉर्म के गिर जाने से राहुल द्रविड़ को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में नंबर 5 पर बल्लेबाजी करने को भी कहा गया था। वहीं उन्होंने वीवीएस लक्ष्मण के साथ मिलकर 376 रनों की साझेदारी की और मैच जिताऊ पारी खेली और खुद 180 रन स्कोर किए। इसकी बदौलत राहुल द्रविड़ ने नंबर 3 पर वापसी की।

#4 साझेदारी रिकॉर्ड

टेस्ट क्रिकेट में टिककर रन स्कोर करते हुए राहुल द्रविड़ ने कई साझेदारियों को भी अंजाम तक पहुंचाया है। साझेदारियों के मामले में भी राहुल द्रविड़ भरोसेमंद खिलाड़ी के तौर पर जाने जाते हैं। राहुल द्रविड़ के नाम टेस्ट क्रिकेट में कई बड़ी और शानदार साझेदारियों के रिकॉर्ड भी दर्ज हैं। इनमें से कुछ इस प्रकार से हैं: 1 - राहुल द्रविड़ के नाम सर्वाधिक साझेदारी के रन दर्ज हैं। उनके नाम रिकॉर्ड 32,039 रन दर्ज हैं। 2 - राहुल द्रविड़ अधिकतम पचास और सौ रनों की साझेदारियों में शामिल रहे हैं। उन्होंने 50 रन से ज्यादा की 126 साझेदारियां की और 100 रनों से ज्यादा की 88 साझेदारियां की है। 3 - वह सचिन तेंदुलकर के साथ एक रिकॉर्ड में भी भागीदार रहे हैं। दोनों ने इतिहास में किसी अन्य बल्लेबाजों की जोड़ी की तुलना में साझेदारी के दौरान सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। इसमें उन्होंने मिलकर 6,920 रन बनाए हैं और इसमें 20 शतक शामिल हैं।

#5 नॉन विकेटकीपर होते हुए सबसे ज्यादा कैच

मैदान पर फील्डिंग करते हुए भी राहुल द्रविड़ काफी फुर्तीले रहते थे। वहीं राहुल द्रविड़ की कैच पकड़ने की क्षमता भी काफी सराहनीय थी। राहुल द्रविड़ अपने स्कूल के दिनों में विकेटों को लेने में माहिर थे। इसके कारण ही उन्हें भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ फील्डर बनने में मदद मिली। उन्होंने 164 टेस्ट खेलते हुए 210 कैच लपके। ये एक गैर विकेटकीपर फील्डर के लिहाज से विश्व रिकॉर्ड है। टेस्ट क्रिकेट में स्पिन गेंदबाजों की अगुवाई में स्लिप पर फील्डिंग के लिए राहुल द्रविड़ से बेहतरीन कोई दूसरा विकल्प नहीं था। उन्होंने अनिल कुंबले की गेंदबाजी के दौरान 55 और हरभजन सिंह की गेंदबाजी के दौरान 51 कैच लपके हैं। एक फील्डर के लिए दो अलग-अलग गेंदबाजों के 50 से ज्यादा कैच लेना भी टेस्ट मैचों में अपने आप में एक रिकॉर्ड है। लेखक: केएन जयाराम अनुवादक: हिमांशु कोठरी