2007 विश्वकप के लीग मुक़ाबले में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ मिली हार द्रविड़ की कप्तानी का सबसे बड़ा उलटफेर था
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13288 टेस्ट रन और 10889 एकदिवसीय रन बनाने और करीब 50 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ने के बावजूद, राहुल द्रविड़ हमेशा भारत के छुपे हुए नायक कहलाते हैं। वह सिर्फ बार-बार मैदान पर उतरते, और फिर बिना किसी शोर के चुपचाप अपना काम कर चले जाते थे, फिर भी उनका एक बड़ा प्रभाव पड़ता था। वह हमेशा सुर्खियों से दूर रहना चाहते थे।
द्रविड़ हमेशा एक टेस्ट खिलाड़ी के रूप जाने जाते रहे। लेकिन वह बार-बार एकदिवसीय क्रिकेट में भी स्कोर बनाते रहे और सफलता के तरीकों को ढूढ़ने में सफल रहे। यही नहीं, भारत के इस नंबर-3 खिलाड़ी के नाम वनडे क्रिकेट में एक भारतीय द्वारा संयुक्त रूप से दूसरा सबसे तेज अर्धशतक भी है।
हालांकि, भले ही वह कई शानदार जीत का हिस्सा रहे, लेकिन द्रविड़ के हिस्से में कुछ बड़ी हार भी आयी थी, खासकर जब वह कप्तान थे।
आईये एक नज़र डालते हैं एकदिवसीय प्रारूप में उनकी कप्तानी में टीम इंडिया की 5 ऐसी हारों पर जिसकी टीस आज भी भारतीय फ़ैंस के ज़ेहन में है:
#5 श्रीलंका के विरुद्ध - 2005 (इंडियन ऑयल कप फाइनल)
जुलाई-अगस्त 2005 में श्रीलंका, वेस्टइंडीज और भारत एक त्रिकोणीय श्रृंखला में शामिल हुए थे जिसे इंडियन ऑयल कप नाम दिया गया था। भारत ने दो जीत के साथ अच्छी शुरुआत की, लेकिन श्रीलंका के खिलाफ अपने तीसरे मैच में हार गये। हालाँकि ग्रुप मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ 7 रनों से जीत दर्ज करके फाइनल में जगह बना ली।
फाइनल में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। अपनी पारी में शुरूआती विकेट खोने के बावजूद, मेजबानों ने 281/9 का बहुत अच्छा स्कोर बनाया। महेला जयवर्धने (83), रसेल अर्नोल्ड (64) और सनथ जयसूर्या (67) ने अर्धशतकीय पारियाँ खेलीं।
282 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की ओर से वीरेन्दर सहवाग ने सिर्फ 22 गेंद में 48 रन बनाये और भारत ने 7वें ओवर में 62 रन बना लिये। इसके बाद सहवाग के आउट होने के बावजूद, भारत अच्छी तरह से लक्ष्य की ओर बढ़ता दिखा क्योंकि वे 35 ओवर में 185/2 पर पहुंच गये थे। द्रविड़ और युवराज के मैदान पर अच्छी बल्लेबाजी के जारी रहते और कुछ और बल्लेबाजों के आगे आने के चलते 15 ओवर में 97 रन एक बड़ा काम नहीं था। लेकिन भारत के कई विकेट गिर गए और अंत में वो लक्ष्य से 18 रन पीछे रह गए और श्रीलंका के गेंदबाजों ने अपनी टीम के लिये इंडियन ऑयल कप जीता लिया।