इंडियन प्रीमियर लीग के पिछले 10 सीज़न के दौरान स्थानीय खिलाड़ियों के साथ-साथ विदेशी खिलाड़ियों के भी कई बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिले हैं। हालांकि, इन सब के बीच ऐसे भी कई प्रदशन हुए हैं जो खुद खिलाड़ी भी भुला देना चाहेंगे और यहां हम ऐसे ही 5 सबसे ख़राब प्रदर्शनों पर एक नज़र डाल रहे हैं।
# 5 ड्वेन स्मिथ vs मुंबई इंडियंस, 2013
आईपीएल फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स की चार हारों में से एक मुंबई इंडियंस के खिलाफ 2013 में आई थी। ग्रुप चरणों में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद, जहां चेन्नई टॉप स्थान पर रही थी, फाइनल में जीत के लिए सबके चहेते थे, लेकिन टॉस जीतने के बाद पहले क्षेत्रक्षण करने के उनके निर्णय के बाद, मुंबई ने 202 रन का विशाल लक्ष्य खड़ा कर दिया। टीम में मौजूद आक्रामक और शक्तिशाली खिलाड़ियों के चलते फिर भी वो मैच में बने हुए थे, लेकिन इसके लिए उन्हें शीर्ष क्रम से एक मजबूत शुरुआत की जरुरत थी। माइकल हसी के आउट होने के शुरुआती झटके के बाद, सारी जिम्मेदारी ड्वेन स्मिथ पर थी लेकिन वह बिलकुल भी रंग में नही दिखे। ऐसे में जब टीम को 12-13 रन प्रति ओवर की जरुरत थी, उन्होंने 100 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी की, और अपनी टीम के पतन के प्रमुख कारण बने और अंत में 48 गेंदों पर 57 रन की पारी खेल अपनी टीम को लक्ष्य से बहुत पीछे कर दिया।
# 4 अशोक डिंडा vs मुंबई इंडियंस, 2013 आईपीएल फ़ाइनल
अशोक डिंडा ने जब पारी की पहली ही गेंद एक वाइड फेंकी तो उनके लिए यह एक प्रकार से आने वाली मुसीबतों का संकेत था। वह रात डिंडा के लिए केवल बदतर होती गयी, और इसके बाद चार ऐसी गेंदे जो बल्लेबाज़ के लिए एक प्रकार का उपहार थीं और सचिन तेंदुलकर ने इन उपहारों को खुशी से स्वीकार कर लिया और लगातार चार चौके लगाए। अगर डिंडा ने इसे अंत समझा था तो वह गलत साबित हुआ और आश्चर्यजनक रूप से पारी के अंत में उन्हें गेंद सौपी गयी, जहां उनकी गेंदों पर रोहित शर्मा ने चार छक्के जड़ दिए। इस प्रकार डिंडा ने 4-0-63-0 के आंकड़े के साथ मैच समाप्त किया।
# 3 इशांत शर्मा vs सीएसके, 2013
इशांत शर्मा के नाम बतौर गेंदबाज़ आईपीएल के इतिहास के सबसे खराब आंकड़े हैं, जो कि 2013 में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मैच में 4 ओवरों में 66 रन देकर आये थे, वो भी तब जब एक ओर जब उनके साथी तेज गेंदबाज, डेल स्टेन ने अपने 4 ओवरों के स्पेल में सिर्फ 17 रन दे दिए थे। मुरली विजय ने इशांत की गेंदबाजी को जल्दी ही पढ़ लिया और उनके दूसरे ही ओवर में तीन छक्के लगाए। उन्होंने तीसरे ओवर में काफी अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन उनके अंतिम ओवर में सुरेश रैना ने 25 रनों बना डाले, और उस ओवर में 4 चौके और एक छक्का लगाया।
# 2 स्टीव स्मिथ vs मुंबई इंडियंस, 2017 आईपीएल फ़ाइनल
स्टीव स्मिथ ने 2017 सीजन के लिए एमएस धोनी की जगह पुणे का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने शानदार ढंग से नेतृत्व किया, और फाइनल में जगह बनाने में टीम सफल रही। सुपरजाइंट ने रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली मुंबई इन्डियन्स के खिलाफ अपनी चौथी सीधी जीत की नींव भी तैयार कर ली थी, जब उन्होंने मुंबई को केवल 129 के स्कोर पर सीमित कर दिया। पुणे लक्ष्य का पीछा करते हुए पूरी तरह से नियंत्रण में दिखी, और एक समय 70-1 रन पर थे। ऐसी स्थिति में स्मिथ को पारी पर नियंत्रण रखने और जीत के लिए मंच स्थापित करने का सुनहरा अवसर मिला था। हालांकि, लगातार गिरते विकेटो के चलते स्मिथ की पारी अटक सी गयी। अंतिम ओवर से 11 रनों की जरूरत के साथ, उन्होंने सीधे कवर पर प्रहार किया और कैच थमा बैठे। इसप्रकार 50 गेंदों पर 51 रन बना उनकी पारी समाप्त हुई। अंत में पुणे को सिर्फ 1 रन की एक दिल तोड़ने वाली हार का सामना करना पड़ा।
# 1 शेन वॉटसन vs एसआरएच, 2016 फाइनल
2016 के आईपीएल फाइनल को आरसीबी और एसआरएच के बीच मुख्य रूप से कोहली की टीम का लक्ष्य का पीछा करते हुए एक आरामदायक स्थिति से हारने के लिए याद किया जाता है। हालांकि, इन सब के बीच जो चीज़ लोग अक्सर लोग भूल जाते हैं वो है शेन वॉटसन की भयावह गेंदबाजी। वाटसन अपने चार ओवेरों में 61 रन देकर विकेट रहित रहे। शुरुआत में धवन और वार्नर द्वारा तेज़ शुरुआत हुई और वाटसन पर जम कर प्रहार हुआ। उन्हें अंतिम ओवेरों में गेंदबाजी करने का काम सौंपा गया और इससे उनके आंकड़े और भी बदतर हो गये, जब बेन कटिंग ने कुछ बड़े बड़े शॉट खेल वाटसन के अंतिम ओवेरों में रन बटोरे। वॉटसन द्वारा खर्च किये गये 61 रन, आज भी आईपीएल फाइनल में किसी गेंदबाज द्वारा खर्च किये गये सबसे अधिक रन हैं और यह स्पेल मैच में आरसीबी की हार का एक प्रमुख कारक भी रहा। लेखक: एस एस कुमार अनुवादक: राहुल पांडे