मौजूदा समय में भारतीय टीम (Indian Cricket Team) में हर प्रारूप के लिए अलग-अलग खिलाड़ी मौजूद हैं। कुछ खिलाड़ियों को छोड़ दें तो बहुत कम ऐसे खिलाड़ी हैं जो तीनों प्रारूपों में टीम के लिए खेलते हैं। चयनकर्ताओं के लिए भी मौजूदा समय में टीम का चयन करना पहाड़ चढ़ने के समान है । प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की बढ़ती संख्या भारतीय क्रिकेट के लिए वरदान से ज़्यादा एक चुनौती है। हर काबिल खिलाड़ी को जायज़ मौके देना और उनमें से किसी एक को चुनना भारतीय क्रिकेट मैनेजमेंट के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
ये चुनौती जितनी चयनकर्ताओं के लिए है, उतनी ही खिलाड़ियों के लिए भी है।आज के समय में टीम में चुनिंदा ही मौके मिलते हैं और अगर उन मौकों को खिलाड़ी नहीं भुना पाता तो उसे बाहर भी कर दिया जाता है। आज हम ऐसे ही 5 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जानेंगे जो प्रतिभाशाली होने के बावजूद टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए और कुछ वक़्त के बाद उन्हें ड्रॉप कर दिया गया।
ये 5 युवा खिलाड़ी मौकों को भुनाने में असफल रहे
#5 पृथ्वी शॉ
अंडर 19 विश्व कप विजेता कप्तान पृथ्वी शॉ ने काफी कम उम्र में ही सबको अपने खेल का मुरीद बना लिया था और। 2018 में टेस्ट डेब्यू में शतक लगाकर सबकी उम्मीदों पर खरे उतरने वाले पृथ्वी अपने अंदर निरंतरता बरक़रार रखने में नाकाम रहे। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में वह फ्लॉप रहे। 2020 में खेली गयी 6 पारियों में मात्र 17 के औसत से 102 रन बनाये और फिर टेस्ट टीम से ड्राप कर दिए गए। वनडे में भी उनके आंकड़े खास नहीं हैं। वहीं अपने अब तक करियर के एकमात्र टी20 मुकाबले में वह शून्य पर आउट हो गए थे।
#4 वेंकटेश अय्यर
पिछले साल आईपीएल में चमकने वाले युवा आलराउंडर वेंकटेश अय्यर को चोटिल हार्दिक पांड्या की जगह T20 टीम में शामिल किया गया। अय्यर की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शुरुआत ठीक-ठाक रही। उन्होंने 162 की स्ट्राइक रेट से 7 पारियों में 133 रन बनाये और फिनिशर की भूमिका को अच्छी तरह से निभाया। वहीँ गेंदबाजी में पांच विकेट भी चटकाए। वनडे में दो मुकाबलों में उनके नाम 24 रन दर्ज हैं। इस प्रारूप में उन्हें कोई भी विकेट नहीं मिला है।
चोट के बाद वापसी कर रहे पांड्या ने जहां इस साल आईपीएल में शानदार खेल दिखाया। वहीं अय्यर ने सबको निराश किया और अब उनकी टीम से छुट्टी हो चुकी है।
#3 शिवम दुबे
शिवम दुबे एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं, जो घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के आधार पर टीम में आये थे। 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले दुबे अपनी घरेलू फॉर्म को बरकरार नहीं रख सके और जल्द ही टीम से ड्रॉप कर दिए गए। उन्होंने कुल 13 T20 मैचों में 18 से भी कम की औसत से कुल 105 रन बनाये हैं और 10 से अधिक की इकॉनमी से मात्र 5 विकेट लिए हैं। पिछले दो सालों से वह भारतीय जर्सी में नजर नहीं आये हैं।
#2 नवदीप सैनी
अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में प्लेयर ऑफ़ द मैच बनने वाले तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने भारत के लिए तीनो परूपों में गेंदबाजी की है। T20 के अलावा बाकी दोनों फॉर्मेट में सैनी अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे। सैनी ने 9 T20 पारियों में 7.15 की इकॉनमी से 13 विकेट झटके हैं। वहीं टेस्ट की चार पारियों में चार और एकदिवसीय की आठ पारियों में छह विकेट के साथ सामान्य प्रदर्शन किया है। उन्होंने तीनों ही प्रारूपों में पिछले साल से ही कोई भी मैच टीम इंडिया के लिए नहीं खेला है।
#1 खलील अहमद
2019 आईपीएल में अपने शानदार प्रदर्शन के चलते वाहवाही बटोरने वाले तेज गेंदबाज खलील अहमद की शुरुआत तो भारत के लिए अच्छी रही मगर वो अपने प्रदर्शन में निरंतरता बरक़रार नहीं रख सके। 2018 में एकदिवसीय में पदार्पण करने वाले खलील ने 11 पारियों में 5.81 की इकॉनमी से 15 विकेट लिए हैं। वहीं T20 में 14 पारियों में 13 विकेट लिए हैं। खलील लगभग तीन साल से भारत के लिए नहीं खेले हैं।