5 युवा स्पिनर्स जो मचा सकते हैं क्रिकेट जगत में धूम

विश्व के 5 बेहतरीन स्पिनरों पर एक नजर आज के मॉर्डन युग के क्रिकेट में स्पिनरों की अहमियत काफी बढ़ गई है | बहुत से देशों में पिचें स्लो होती जा रही हैं | हालांकि उपमहाद्वीप देशों में स्पिन फ्रैंडली पिचें ही तैयार की जाती रही हैं | लेकिन और देशों में फॉस्ट बॉलिंग पिचों को ज्यादा अहमियत दी गई | वेस्टइंडीज इसका सबसे अच्छा उदाहरण है , जहां हमेशा फॉस्ट बॉलरों को सूट करने वाली पिचें बनती थीं, लेकिन अब वहां कि पिच भी स्लो होती जा रही है| भारत के लिए रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जाडेजा तो पाकिस्तान के लिए सईद अजमल और यासिर शाह की जोड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया | लेकिन स्पिन फ्रैंडली पिचें होने के बावजूद दोनों देशों में अच्छे रिजर्व स्पिनर नहीं हैं | अगर हम वर्ल्ड क्रिकेट की बात करें, तो बहुत से युवा स्पिनर इन दिनों अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित कर रहे हैं |आइए नजर डालते हैं भविष्य के उन 5 स्पिनरों पर जो बना सकते हैं इतिहास: #1 लक्छन संदाकन (श्रीलंका) श्रीलंका में समय-समय पर ऐसे स्पिनर हुए हैं, जो बल्लेबाजों के लिए अबूझ पहेली बन गए | ऑस्ट्रेलियाई टीम ने जब 2016 में श्रीलंका का दौरा किया, तो उस समय भी श्रीलंकाई टीम में लक्छन संदाकन के रूप में एक बेहतरीन स्पिनर था | घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया के साथ सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया | संदाकन गेंद को दोनों तरफ से घुमा सकते हैं | संदाकन 2013-14 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 54 विकेट लेकर टॉप पर रहे | उनके इस शानदार प्रदर्शन के बाद 2014 में इंग्लैंड सीरीज के लिए टीम में जगह मिली | लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला | अगले सीजन में भी उन्होंने 24.28 की औसत से 45 विकेट लिए | 2015-16 के प्रीमियर टूर्नामेंट में भी उन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया | संदाकन केे बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए श्रीलंका A टीम में चुना गया | इसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के लिए भी टीम में चुना गया | पहली पारी में मिचेल मार्श को आउट करके उन्होंने अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का पहला विकेट लिया | उन्होंने पहली पारी में 58 रन देकर 4 तो दूसरी पारी में 49 रन देकर 3 विकेट लिए | उनके इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत श्रीलंका ने 27 मैचों में दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दर्ज की | #2 मिचेल सैंटनर (न्यूजीलैंड) अप्रैल 2015 में युवा स्पिनर मिचेल सैंटनर को इंग्लैंड दौरे के लिए न्यूजीलैंड की वनडे और टी-ट्वेंटी टीम में चुना गया | जून 2015 में उन्होंने अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया | इग्लैंड के सैम बिलिंग को आउट कर उन्होंने अपना पहला इंटरनेशनल विकेट लिया | जून 2015 में उन्होंने अपना पहला टी-ट्वेंटी मैच खेला | नवंबर 2015 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने टेस्ट मैच में पदार्पण किया | ये मैच डे-नाइट था | भारत में खेला गया वर्ल्ड टी-20 उनके करियर में मील का पत्थर साबित हुआ| कीवी टीम में सैंटनर को मुख्य स्पिनर के रुप में जगह दी गई | उन्होंने चयनकर्ताओं के फैसले को सही साबित किया और विश्व कप के पहले ही मैच में भारत के खिलाफ शानदार बॉलिग कर मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड जीता | सैेटनर ने 11 रन देकर 4 विकेट चटकाए, जो कि वर्ल्ड टी-20 में किसी भी कीवी स्पिनर का सबसे अच्छा प्रदर्शन है | उनके इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत न्यूजीलैंड ने भारत से ये मैच जीत लिया | न्यूजीलैंड के भारत दौरे के दौरान भी उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया | कानपुर टेस्ट में सैंटनर जहां बल्लेबाजी में 71 रन बनाए वहीं बॉलिंग में भी उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया | हालांकि सैंटनर अभी विट्टोरी की जगह नहीं ले सकते, लेकिन आने वाले दिनों में वो वर्ल्ड के बेहतरीन स्पिनरों में से एक होंगे | #3 तबरेज शम्सी (दक्षिण अफ्रीका) ब्रैड हॉग की तरह तबरेज शम्सी एक चाइनामैन बॉलर हैं | शम्सी शानदार गुगली डालते हैं | इमरान ताहिर के अलावा दक्षिण अफ्रीका के लिए तबरेज शम्सी मेन स्पिनर के रूप में सामने आए हैं | फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ईस्टर्न के लिए 2013-14 के सत्र में उन्होंने 20.02 की औसत से 47 विकेट लिए | इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत उन्हें फ्रेंचाइज क्रिकेट में खेलने का मौका मिला | टी-20 में शम्सी काफी असरदार रहे, कैरेबियन प्रीमियर लीग में उनके शानदार प्रदर्शन ने सबका ध्यान खींचा | 7 मैचों में 13.27 की औसत से 11 विकेट लेकर शम्सी ने वर्ल्ड क्रिकेट में मौजूदगी का अहसास करा दिया | गेंदबाजी में वैरीएशन की वजह से बल्लेबाज उनको आसानी से खेल नहीं पाते हैं | 2015-16 के घरेलू फर्स्ट क्लास सीजन में वो साउथ अफ्रीका के टॉप गेंदबाजों में से एक रहे | 19.97 की औसत से टाइटन के लिए शम्सी ने 41 विकेट लिए | उनके इस शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें IPL में रॉयल चैलेंजर बैंगलूरु ने अपनी टीम में शामिल किया | वेस्टइंडीज के साथ ट्राइ सीरीज के लिए उन्हें अफ्रीकी टीम में जगह दी गई | ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में अपनी शानदार बॉलिंग से उन्होंने डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ जैसे बेहतरीन बल्लेबाजों को खूब परेशान किया | फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शम्सी ने 68 मैचों में 24.90 की औसत से 272 विकेट लिए | 2015-16 के सन फ्वॉइल कम्पटीशन में उन्होंने 5 बार 5 विकेट अपने नाम किया | इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत उन्होंने साउथ अफ्रीका के टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाई | #4 एडम जम्पा (अॉस्ट्रेलिया) एडम जम्पा ने 6 फरवरी 2016 को चैपल-हैडली सीरीज के दूसरे मैच में अपना वनडे डेब्यू किया | 4 मार्च 2016 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने अपना टी-20 डेब्यू किया | हालांकि जम्पा उस वक्त सुर्खियों में आए जब IPL में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच में उन्होंने 19 रन देकर 6 विकेट चटकाए | आईपीएल के इतिहास में ये दूसरा सबसे अच्छा बॉलिंग प्रदर्शन था | बिग बैश लीग में साउथ ऑस्ट्रेलिया और मेलबर्न स्टार्स के लिए उन्होंने शानदार बॉलिंग की | जम्पा टी-20 में ज्यादा सफल रहे हैं | भारत में खेले टी-20 विश्वकप में उन्होंने 6.27 की इकॉनामी से 5 विकेट लिए | 22 फर्स्ट क्लास मैचों मे जम्पा के 53 विकेट हैं | #5 तैजुल इस्लाम (बांग्लादेश) तैजुल एक लेफ्ट ऑर्म आर्थोडॉक्स स्पिनर हैं | 2013-14 के घरेलू सीजन में अच्छे प्रदर्शन के बाद उन्हें बांग्लादेश A टीम में जगह दी गई | 2014 में बॉग्लादेश के वेस्टइंडीज दौरे पर उन्हे टेस्ट टीम में जगह दी गई | अपने डेब्यू मैच में ही 5 विकेट लेकर उन्होंने बता दिया कि आने वाले दिनों में वो कितने खतरनाक स्पिनर साबित हो सकते हैं | डेब्यू मैच में 5 विकेट लेने वाले वो बांग्लादेश के छठे खिलाड़ी बने | जिम्ब्बावे के खिलाफ 39 रन देकर उन्होंने 8 विकेट चटकाए | ये उनके करियर का बेस्ट ब़़ॉलिंग फिगर था | साथ ही किसी भी बांग्लादेशी बॉलर का टेस्ट में ये सबसे शानदार प्रदर्शन था | उनका वनडे डेब्यू तो और भी धमाकेदार रहा, अपने पहले मैच में ही उन्होंने हैट्रिक ली | 2015 में ऑस्ट्रेलिया-न्य़ूजीलैंड में हुए विश्व कप के लिए उन्हें बांग्लादेश की टीम में शामिल किया गया, लेकिन उन्हें सिर्फ एक मैच खेलने का मौका मिला, जिसमें वो कोई विकेट नहीं ले सके | पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए उन्हे ड्राप कर दिया गया, लेकिन टेस्ट सीरीज के लिए उन्हें टीम में शामिल किया गया | पहले टेस्ट मैच में पाकिस्तान की पहली पारी के उन्होंने 6 विकेट चटकाए | पाकिस्तान के खिलाफ किसी बांग्लादेशी बॉलर का ये दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन था | तैजुल सिर्फ 9 टेस्ट मैचों में 36 विकेट ले चुके हैं | फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 36 मैचो में वो 158 विकेट ले चुके हैं, जिसमें वो 13 बार 5 विकेट ले चुके हैं |