एक टेस्ट मैच में 10 विकेट हासिल करने वाले 5 सबसे युवा गेंदबाज़

अगर किसी भी खिलाड़ी को युवा अवस्था में राष्ट्रीय टीम में जगह मिलती है इसका सीधा मतलब ये होता है कि वो खिलाड़ी बेहद हुनरमंद है। हांलाकि ये बात भी सच है कि ऐसे खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के टेस्ट क्रिकेट में ढलने में थोड़ा वक़्त लगता है। ऐसे में अगर कोई युवा खिलाड़ी अगर एक टेस्ट मैच में 10 विकेट लेता है तो ये बहुत बड़ी बात होती है। नए खिलाड़ियों से उम्मीदें भी ज़्यादा होती है कई खिलाड़ी उम्मीदों पर खरे भी उतरते हैं। हम यहां उन 5 सबसे युवा खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने एक टेस्ट मैच में 10 विकेट हासिल किए हैं।

#5 मेहदी हसन 19 साल 85, मीरपुर में इंग्लैंड के ख़िलाफ, साल 2016

दाएं हाथ के ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ मेहदी हसन बांग्लादेश के उभरते हुए खिलाड़ी हैं। अपने करियर के दूसरे टेस्ट मैच में उन्होंने मेहमान टीम इंग्लैंड के ख़िलाफ़ शानदार प्रदर्शन किया था। मेज़बान बांग्लादेशी टीम सीरीज़ का पहला मैच हार गई थी। दूसरे मैच में मेहदी हसन का जलवा देखने को मिला। मैच की पहली पारी में उन्होंने 28 ओवर में 82 रन देकर 6 विकेट लिए थे। दूसरी पारी में इंग्लैंड को जीत के लिए 273 रन की ज़रुरत थी लेकिन इंग्लैंड की टीम महज़ 164 रन पर आउट हो गई। दूसरी पारी में मेहदी ने 21.3 ओवर में 77 रन देकर इंग्लैंड के 6 खिलाड़ियों को पवेलियन वापस भेजा था। उस वक़्त उनकी उम्र महज़ 19 साल 85 दिन की उम्र थी

#4 वक़ार युनिस, 18 साल 336 दिन, लाहौर में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़, साल 1990

पाकिस्तान के वक़ार यूनिस को पहली बड़ी कामयाबी तब मिली थी जब वो अपने 19वें जन्मदिन के क़रीब थे। उनकी मदद से पाकिस्तान ने लाहौर में टेस्ट मैच में जीत हासिल की थी। पहली पारी में उन्होंने 15 ओवर में 20 रन देकर 3 विकेट हासिल किए थे। उनकी स्विंग गेंद का न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ों के पास कोई जवाब नहीं था। दूसरी पारी में न्यूज़ीलैंड के वक़ार यूनिस ने 37.5 ओवर में 7 विकेट लिए। उस वक़्त उनकी उम्र 18 साल और 336 दिन की थी।

#3 लक्ष्मण सिवारामाकृष्णन, 18 साल और 333 दिन, इंग्लैंड के ख़िलाफ़, साल 1984

टीम इंडिया के पूर्व लेग स्पिनर लक्ष्मण सिवारामकृष्णन की गेंदबाज़ी बेहद कमाल की थी। काफ़ी कम उम्र में उन्होंने अपना जलावा दिखाया था। उनके पास वो सारे हुनर मौजूद थे जो एक लेग स्पिनर के लिए ज़रूरी होते हैं। साल 1984 में भारत और इंग्लैंड के बीच हुए टेस्ट सीरीज़ के पहले मैच में सिवारामकृष्णन की धारदार गेंदबाज़ी देखने को मिली। पहली पारी में उन्होंने 32.1 ओवर में 64 रन देकर 6 विकेट हासिल किए थे और इंग्लैंड की टीम 196 रन पर ऑल आउट हो गई थी। दूसरी पारी में उन्होमने 46 ओवर में 117 रन देकर 6 विकेट लिए थे। उस वक़्त उनकी उम्र 18 साल और 333 दिन की थी।

#2 वसीम अकरम 18 साल 251 दिन, न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ कैरिसब्रुक, साल 1985

वसीम अकरम जैसा महान गेंदबाज़ न कोई हुआ है और न शायद कभी कोई होगा। उन्हें ‘किंग ऑफ़ स्विंग’ के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने 18 साल तक उन्होंने अपनी गेंदबाज़ी से क्रिकेट की दुनिया में अपनी धाक जमाई है। न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ के तीसरे टेस्ट मैच में पाकिस्तान हार गई थी, लेकिन वसीम ने इस मैच में अपनी ताक़त दिखा दी थी। पहली पारी में उन्होंने 56 रन देकर 5 विकेट लिए थे और न्यूज़ीलैंड की पूरी टीम 220 रन पर पवेलियन लौट गई थी। दूसरी पारी में मेज़बान कीवी टीम को जीत के लिए 278 रन का लक्ष्य मिला था एक वक़्त न्यूज़ीलैंड का स्कोर 23 रन पर 4 विकेट था। वसीम ने इस पारी में 72 रन देकर 5 विकेट लिए थे। जेरेमी कोनी ने शतक लगाकर अपनी कीवी टीम को 2 विकेट से जीत दिलाई थी। अकरम का ये रिकॉर्ड क़रीब 2 दशक तक बरक़रार रहा था।

#1 इनामुल हक जूनियर, 18 साल 40 दिन, ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ ढाका, साल 2005

साल 2005 में बांग्लादेश को कोच डेव वाटमोर ने स्पिनर इनामुल हक़ जूनियर को भविष्य का गेंदबाज़ बताया था। अपने शुरुआती करियर में ही उन्होंने वो कर दिखाया जिसकी उम्मीद शायद किसी को नहीं थी। ढाका में ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ दूसरे टेस्ट मैच में हक़ ने अपनी स्पिन के जाल में मेज़बान टीम को फंसा लिया था। उन्होंने पहली पारी में 36 ओवर में 95 रन देकर 7 विकेट हासिल किए थे और ज़िम्बाब्वे को 298 रन पर रोक दिया था। दूसरी पारी में हक़ ने 37 ओवर में 105 रन देकर 5 विकेट लिए थे। एक दशक से भी ज़्यादा का वक़्त बीत गया है लेकिन उनका ये रिकॉर्ड अब तक बरक़रार है। लेखक- सोहम समद्दर अनुवादक- शारिक़ुल होदा