टेस्ट मैचों में 500 विकेट लेने का कारनामा करने वाले पहले गेंदबाज कोर्टनी वॉल्श हैं। उन्होंने ने वेस्टइंडीज के लिए अपना पहला टेस्ट 1984 में खेला था, जहाँ वेस्टइंडीज के पास पहले से जोएल गार्नर, मैलकम मार्शल और माइकल होल्डिंग की तिकड़ी थी। इसी वजह से वॉल्श को पहली पारी में गेंदबाजी करने का भी मौका नहीं मिला। वॉल्श अपने पूरे करियर में बिना थके लम्बा स्पेल डालने के लिए जाने जाते थे। 38 साल की उम्र में संन्यास लेने से पहले उन्होंने 30,000 से ज्यादा गेंदें फेंकी है जो एक तेज गेंदबाज के लिए रिकॉर्ड है। स्पिनर में भी सिर्फ मुरलीधरन, वॉर्न और कुंबले ने ही इनसे ज्यादा गेंदें फेंकी है। वेस्टइंडीज का यह गेंदबाज हमेशा क्रीज के कोने से दाएं हाथ की बल्लेबाजों को इनस्विंग गेंद डालने के लिए जाना जाता था। वॉल्श ने कभी भी किसी बल्लेबाज के साथ नहीं उलझे क्योंकि उनका माना था कि बल्लेबाजों के मन में भय पैदा करने के लिए उनकी शारीरिक भाषा ही काफी थी। नब्बे के दशक के दौरान वो टीम के कप्तान भी रहे और 2001 में वॉल्श ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उससे पहले वॉल्श ने 132 टेस्ट मैचों में 519 विकेट हासिल किये। लेखक- अभिजीत अनुवादक- ऋषिकेश सिंह