# 1 अनिल कुंबले
बेंगलुरू का यह लेग स्पिनर बिना किसी संदेह के भारत का सबसे महान स्पिनर रहा है। वह कभी भी किताबों में परिभाषित शैली के लेग स्पिनर नहीं थे। कुंबले अपनी गेंदबाजी के हर पहलू में अद्वितीय थे। उनकी पकड़, एक्शन, गति और वेरिएशन, एक सामन्य लेग स्पिनर की तुलना में काफी अलग थे। 47 वर्षीय इस खिलाड़ी के पास एक तेज रनअप और एक हाई-आर्म एक्शन था। इन दो विशेषताओं का मतलब है कि उन्होंने गेंद को तेज गति से फेंका और उस गति के साथ उनकी सटीकता ने उन्हें एक खतरनाक गेंदबाज बनाया। कुंबले के टॉप-स्पिनर, फ्लिपर और गूगली दुनिया में सबसे अच्छे थे। लेग स्पिनर ने 1990 में भारत के लिए क्रिकेट करियर की शुरुआत की और सिर्फ 10 मैचों में 50 विकेट और 21 में 100 विकेट ले लिये। 1996 में उन्हें पांच "विस्डेन क्रिकेटर ऑफ द ईयर" में से एक चुना गया। उनके करियर के सबसे बेहतरीन क्षणों में से एक पाकिस्तान के खिलाफ 1999 में फिरोजशाह कोटला में आया, जब उन्होंने दूसरी पारी में सभी दस विकेट ले लिए थे। 2006 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सबीना पार्क में कुंबले का 6/78 का प्रदर्शन भी एक प्रेरणादायक प्रदर्शन था। उन्होंने 619 टेस्ट विकेट के साथ 2008 में संन्यास लिया और वह भारत के सर्वोच्च और दुनिया के तीसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं। अपने करियर के दौरान कुंबले ने साहस और कड़ी मेहनत के कुछ बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किए। अनिल कुबंले एक पूर्ण चैंपियन थे और यह शायद ही संभव हो कि भारत कभी उनके जैसा दूसरा लेग स्पिनर प्राप्त कर सके। लेखक: अमन तोंगिया अनुवादक: राहुल पांडे