110 की औसत और 100 से अधिक स्ट्राइक रेट से 329 रन बनाना, जिसमें दो शतक शामिल रहे, ये बनाने वाले बल्लेबाज गौतम गंभीर को मैन ऑफ़ द मैच और मैन ऑफ़ द सीरीज अवॉर्ड मिला। ये सब उस सीरीज में हुआ, जिसमें गंभीर को पहली बार कप्तानी करने का मौका मिला। गंभीर की कप्तानी में भारत ने 5-0 से सीरीज जीती, जिसमें नियमित कप्तान एमएस धोनी, सचिन तेंदुलकर, वीरेंदर सहवाग, हरभजन सिंह और ज़हीर खान नहीं खेल रहे थे। 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वन-डे सीरीज में गंभीर की कप्तानी छाई जहां भारत ने मेहमान टीम का 5-0 से वाइटवॉश किया। भारत ने चेन्नई में आखिरी वन-डे जीता। धोनी की गैरमौजूदगी में गंभीर ने अपनी कप्तानी की चमक दिखाई और टीम में अपनी उपयोगिता भी साबित की। इसके बावजूद उन्हें कप्तानी करने का एक और मौका करीब एक वर्ष के बाद मिला, जिसमें भारत ने फिर जीत दर्ज की। इसलिए गंभीर का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कप्तानी रिकॉर्ड 100 प्रतिशत जीत का रहा। गंभीर भारत के एकमात्र कप्तान हैं, जिनका क्रिकेट के सभी प्रारूपों में जीत का रिकॉर्ड 100 प्रतिशत रहा है। हालांकि, उन्हें टी20 अंतर्राष्ट्रीय और टेस्ट में कप्तानी का मौका ही नहीं मिला। लेख- श्रीहरी, अनुवादक- विवेक निगम