बाएं हाथ के 6 खिलाड़ी जिन्होंने क्रिकेट के खेल में जमाई धाक

दाएं हाथ क्रिकेटरों के प्रभुत्व वाले क्रिकेट के खेल में कुछ बाएं हाथ के क्रिकेटर भी रहे हैं जिन्होंने अपनी पहचान बनाई है और उनका एक शानदार करियर रहा है। चाहे बात रन, विकेट, कैच, स्टंपिंग, कप्तानी की ही क्यों ना हो बाएं हाथ के खिलाड़ियों ने क्रिकेट के सभी पहलुओं में अपना बेहतरीन योगदान दिया है। जहां तक ​​बाएं हाथ के बल्लेबाजों का सवाल है वे क्रिकेट के इतिहास में सबसे अधिक उपयोगी और स्टाइलिश बल्लेबाजों में से एक रहे हैं और पिछले कुछ दशकों में बाएं हाथ के बल्लेबाजों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। 1980 के दशक में 23% की तुलना में बाएं हाथ के बल्लेबाजों ने टेस्ट क्रिकेट में 37% रन बनाए हैं। एक बाएं-दाएं हाथ के बल्लेबाजी संयोजन हमेशा मैदान पर विरोधियों के लिए मुश्किल भरे रहे हैं। बाएं और दाएं हाथ के बल्लेबाज अपने स्ट्राइक रोटेशन के साथ विरोधी टीम को परेशान करते हैं और जब साझेदारी की शुरूआत हो जाती है तो कप्तान हमेशा फील्ड परिवर्तन की तलाश में रहता है ताकि जल्द से जल्द जोड़ी को तोड़ा जा सके। एक बाएं हाथ का तेज गेंदबाज एक अजीब कोण बनाता है और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों के कौशल का भी परीक्षण करता है। यहां ऐसे 6 बाएं हाथ के क्रिकेटरों के बारें में जानकारी दी गयी है जिन्होंने अपने समय में विश्व क्रिकेट पर कब्जा जमाया और विभिन्न रिकॉर्ड भी अपने नाम किये हैं।

#1 ब्रायन लारा

"प्रिंस" के नाम से मशहूर ब्रायन लारा ने अपना करियर एक बेहतरीन क्रिकेटर में से एक के रूप में और निश्चित रूप से विश्व के सर्वश्रेष्ठ बाएं हाथ के बल्लेबाज के रूप में समाप्त किया। लारा ने अपने स्ट्रोक प्ले के साथ रिकॉर्ड बुक में आग लगा दी। लारा विश्व के एकमात्र बल्लेबाज हैं जिन्होंने एक टेस्ट पारी में 400 रन बनाए हैं (2003 में एंटीगुआ में इंग्लैंड के खिलाफ उनका सर्वोच्च स्कोर 400 रन नाबाद है)। इसके अलावा लारा के नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा स्कोर बनाने का भी रिकॉर्ड दर्ज है। लारा ने 1994 में डरहम के खिलाफ नाबाद 501 रन बनाये थे। उन्होंने 232 पारियों में 52.89 के प्रभावशाली औसत से 11,953 टेस्ट रन बनाए हैं। त्रिनिदाद के यह बाएं हाथ का खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सातवें सबसे ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाज हैं। लारा के नाम पर 34 टेस्ट शतक भी शामिल हैं। लारा के एकदिवसीय में भी एक प्रभावशाली रिकॉर्ड है और उन्होंने 289 एकदिवसीय पारी में 19 शतक और 63 अर्धशतक के साथ 40.17 की औसत से 10405 रन बनाए हैं। वह वास्तव में एक आधुनिक युग के महान दिग्गज खिलाड़ी हैं और मैदान पर और बाहर अपने साथियों और विरोधियों के बीच सम्मानित क्रिकेटर है।

#2 वसीम अकरम

"स्विंग के सुल्तान" वसीम अकरम एक ऐसे गेंदबाज थे जिससे 1990 के दशक में हर बल्लेबाज खौफ खाता था। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज का प्रभावशाली करियर था और उन्होंने अपनी गति, स्विंग और उछाल के कारण सबसे अच्छे से अच्छे बल्लेबाजों को परेशान किया। 104 टेस्ट में अकरम ने 23.62 के औसत से 414 विकेट लिए हैं। वह सबसे अधिक विकेट लेने वाले टेस्ट इतिहास के 14वें गेंदबाज है, वहीं किसी भी बाएं हाथ के तेज गेंदबाज द्वारा सबसे पहले स्थान पर आते हैं। अपनी गेंदबाजी के अलावा अकरम एक कुशल बल्लेबाज थे और टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने तीन शतक और सात अर्धशतक के साथ 2898 रन बनाए हैं। अकरम ने एकदिवसीय में भी शानदार सफलता हासिल की और 356 वनडे में 502 विकेट लेकर हर बार सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी रहे।

#3 सर गारफील्ड सोबर्स

हालांकि 1954 में सोबर्स ने अपने करियर की शुरुआत की थी फिर भी उन्हें क्रिकेट खेलने वाले सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में से एक माना जाता है। सोबर्स ने 1954 से 1974 तक वेस्टइंडीज के लिए 93 टेस्ट खेले और 159 पारियों में 57.78 की शानदार औसत से 8032 रन बनाए थे। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा व्यक्तिगत स्कोर का विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम किया जब उन्होंने 1958 में पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 365 रनों का पहाड़ खड़ा किया। उनका यह रिकॉर्ड 36 साल के बाद जाकर टूटा जब 1994 में ब्रायन लारा ने नाबाद 400 रन बनाये। सोबर्स ने 34.03 के औसत से 235 टेस्ट विकेट भी अपने नाम किए जो उन्हें खेल खेलने के लिए सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स में से एक बना देता है।

#4 एडम गिलक्रिस्ट

अपने युग के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने अपने आक्रामक बल्लेबाजी के साथ क्रिकेट की परिभाषा को बदल दिया। गिलक्रिस्ट ने गेंदबाजों पर शुरुआत से ही हमले के अंदाज में रहते थे फिर चाहे बात वनडे क्रिकेट में आक्रामक सलामी बल्लेबाज के रूप में उतरने की हो या फिर टेस्ट क्रिकेट में नंबर 7 पर आने की हो। गिलक्रिस्ट ने 96 टेस्ट मैच की 137 पारियों में 47.60 के बढ़िया औसत से 5570 रन बनाये हुए हैं। गिलक्रिस्ट की विकेट के पीछे की फुर्ती उनके आंकड़े बताते है, उन्होंने विकेट के पीछे 379 कैच लिए और 37 स्टंपिंग किए थे। 279 वनडे पारी में गिलक्रिस्ट ने लगभग 36 की औसत से 9619 रन बनाये हैं। वह वनडे में भी एक प्रभावी विकेटकीपर थे और उन्होंने अपने वनडे करियर में विकेट के पीछे 417 कैच लिए और 55 स्टंपिंग से सबको प्रभावित किया। गिलक्रिस्ट हमेशा ही ऑस्ट्रेलियाई एकदिवसीय टीम में एक महत्वपूर्ण सदस्य रहे और 1999, 2003 और 2007 में 3 बार की विश्व विजेता ऑस्ट्रेलिया टीम का हिस्सा थे और अपनी रोल से टीम को विश्व कप जीताने में मदद की।

#5 ग्रीम स्मिथ

टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल कप्तान में से एक बाएं हाथ का यह खिलाड़ी है। ग्रीम स्मिथ ने 108 टेस्ट मैचों में दक्षिण अफ्रीका का नेतृत्व किया, जिसमें से 53 में जीत दर्ज कराई। यहां तक ​​कि वनडे में भी स्मिथ ने 149 मैचों में 92 मैचों में सफलता हासिल की जिसमें उन्होंने अपनी टीम का नेतृत्व किया। बल्ले के साथ भी स्मिथ का बेहतरीन रिकॉर्ड रहा है। 205 टेस्ट पारी में स्मिथ ने 48.25 के औसत से 9265 रन बनाए, जिसमें 5 दोहरे शतक, 27 शतक और 38 अर्धशतक शामिल थे। वहीं वनडे में उन्होंने 194 पारियों में लगभग 38 की औसत से 6989 रन बनाए हैं। 100 से अधिक टेस्ट में अपनी टीम का नेतृत्व करने वाले स्मिथ टेस्ट इतिहास के एकमात्र कप्तान हैं। जैसा कि एक दशक पहले मिस्टर अली बचेर ने उनके बारें में सही कहा था- "एक ऐसा व्यक्ति जिसे आप जानते हैं यह दक्षिण अफ्रीका के लिए एवरेस्ट पर चढ़ाई करेगा।" और स्मिथ ने निश्चित रूप से दक्षिण अफ्रीका के लिए एवरेस्ट को नाप दिया है और उसे टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल और सम्मानित टेस्ट कप्तानों में से एक के रूप में याद किया जाएगा।

#6 कुमार संगकारा

ऊपर बताए गए क्रिकेटरों के अलावा एक बाएं हाथ का खिलाड़ी जो अपने नाम और रिकॉर्ड के साथ खड़ा है वह कुमार संगकारा हैं। संगकारा एक असाधारण बल्लेबाज, विकेटकीपर रहे हैं और श्रीलंकाई टीम का नेतृत्व भी किया है। संगकारा ने 134 टेस्ट खेले और 233 पारियों में 57.14 के औसत से 12400 रन बनाए हैं। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में किसी बाएं हाथ के बल्लेबाज द्वारा सर्वाधिक रन करने और टेस्ट इतिहास में पांचवें सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड संगकारा के नाम है। इसके अलावा उनके नाम टेस्ट मैचों में 182 कैच और 20 स्टंपिंग भी शामिल हैं। वहीं संगकारा ने 11 दोहरे शतक और 38 शतक लगाये हैं। 380 वनडे पारी में संगकारा ने 42 रनों की औसत से 14234 रन बनाए हैं और जब वनडे में रन बनाने की बात आती है तो संगकारा सिर्फ सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरा स्थान पर खड़े है। वनडे में संगकारा का विकेटकीपिंग में शानदार रिकॉर्ड है विकेट की पीछे संगकारा ने 402 कैच लपके हैं और 99 स्टंपिंग से सबको अपना कायल बना चुके हैं। संगकारा ना केवल श्रीलंका क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी में से एक है बल्कि विश्व क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक गिने जाते है। लेखक- मीत संपत अनुवादक- सौम्या तिवारी

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