आईपीएल दुनिया की सबसे मशहूर टी-20 क्रिकेट लीग है, यहां हर साल खिलाड़ियों को अपने हुनर का प्रदर्शन करने का मौक़ा मिलता है। कई खिलाड़ी तो रातों-रात सुपर स्टार बन जाते हैं। कई खिलाड़ी तो अपनी टीम की पहचान बन जाते हैं और ऐसे खिलाड़ी का टीम से जाना किसी बड़ी घटना से कम नहीं होता। ये खिलाड़ी अपने बेहतरीन खेल से फ़ैस और टीम के मालिकों का भरोसा जीत लेते हैं और चैंपिंयन बनने की राह तक ले जाते हैं। ऐसे खिलाड़ियों का टीम से भावनात्मक जुड़ाव हो जाता है, लेकिन कई बार ऐसे हालात आते हैं जब पुराने और भरोसेमंद खिलाड़ियों को टीम में वापस शामिल नहीं किया जाता, जिससे टीम के फ़ैंस को काफ़ी बड़ी झटका लगता है। हम यहां उन 5 शानदार खिलाड़ियों के बारे में चर्चा करेंगे जो अपने पुरानी टीम में शामिल नहीं किए गए हैं और उनकी कमी टीम को ज़रूर महसूस होगी।
#6 करुण नायर
करुण नायर साल 2014 में राजस्थान टीम में ख़रीदे गए थे और उस साल उन्होंने 11 मैच में 142.24 की स्ट्राइक रेट से 330 रन बनाए थे। उनको राहुल द्रविड़ का बख़ूबी साथ मिला था। जब राजस्थान टीम पर 2 साल का बैन लगा था तब द्रविड़ ने दिल्ली टीम को रुख़ किया था और नायर को भी इस टीम में शामिल किया था। नायर का गहरा लगाव राजस्थान टीम से रहा है, लेकिन इस साल की आईपीएल नीलामी में राजस्थान टीम उन्हें वापस ख़रीदने में नाकाम रही और वो किंग्स इलेवन पंजाब टीम में शामिल हो गए।
#5 केएल राहुल
केएल राहुल एक मज़बूत खिलाड़ी हैं जो अपनी बैटिंग तकनीक के लिए जाने जाते हैं, वो पहली बार तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने साल 2013 की सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी में 250 रन बनाए थे। उस साल आरसीबी टीम ने उन्हें ख़रीद लिया था। बाद में वो सनराइज़र्स हैदराबाद में चले गए और फिर साल 2016 में आरसीबी टीम में शामिल हो गए। वो एक मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ के तौर पर टीम में रहे। साल 2016 में उन्होंने 14 मैच में 44.11 की औसत और 146.49 की स्ट्राइक रेट से 397 रन बनाए थे। इस साल की नीलामी में वो महंगी क़ीमत की वजह से आरसीबी में शामिल नहीं किए जा सके।
#4 रविचंद्रन अश्विन
आर अश्विन आईपीएल के तीसरे सीज़न में उभर कर सामने आए थे उस वक़्त वो चेन्नई टीम का हिस्सा थे। वो अपनी गेंदबाज़ी से पारी की शुरुआत करते थे। वो पूरे संयम और चालाकी से गेंद फ़ेकते थे। डेथ ओवर में उनकी गेंदबाज़ी कमाल की होती थी। साल 2011 में उन्होंने 16 मैच में 19.40 की औसत से 20 विकेट हासिल किए थे। चेन्नई पर 2 साल का बैन लगने के बाद वो राइज़िंग पुणे सुपरजायंट टीम में शामिल हुए थे। साल 2017 में वो चोट की वजह से आईपीएल सीज़न से बाहर हो गए थे। नीलामी के दौरान उनकी क़ीमत में उछाल देखने को मिला यही वजह है कि चेन्नई टीम के मालिक उनको ख़रीदने में नाकाम रहे।
#3 हरभजन सिंह
हरभजन सिंह आईपीएल की शुरुआत से ही मुंबई इंडियंस टीम का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने टीम को 3 बार आईपीएल ख़िताब दिलाने में योगदान दिया है। इसके अलावा उन्होंने अपनी कप्तानी में मुंबई को चैंपियंस लीग टी-20 का भी ख़िताब दिलाया है। 136 मैच में उन्होंने 6.95 की इकॉनमी रेट से 127 विकेट हासिल किए हैं। साल 2015 में उन्होंने पंजाब के ख़िलाफ़ 24 गेंदों में 64 रन की पारी खेली थी। इस साल की आईपीएल नीलामी में वो चेन्नई टीम में नज़र आएंगे। यही वजह कि मुंबई के फ़ैस को उनकी कमी ज़रूर महसूस होगी
#2 मनीष पांडेय
मनीष पांडेय पहले ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने आईपीएल में शतक लगाया था। पहले 3 सीज़न में वो आरसीबी टीम का हिस्सा रहे। साल 2011 में वो पुणे वॉरियर्स टीम में शामिल हो गए। साल 2014 में वो कोलकाता नाइटराइडर्स टीम के हिस्सा बने और अपनी टीम को आईपीएल ख़िताब दिलाया। साल 2017 में उन्होंने केकेआर की तरफ़ से 14 मैच खेले और 49.5 की औसत से 396 रन बनाए। इस साल वो सनराइज़र्स हैदराबाद में शामिल हो गए हैं जो केकेआर फ़ैस के लिए किसी नुक़सान से कम नहीं है।
#1 गौतम गंभीर
गौतम गंभीर आईपीएल के पहले 3 सीज़न में दिल्ली टीम का हिस्सा थे। साल 2011 में उन्हें केकेआर टीम में बतौर कप्तान शामिल किया गया। उनकी कप्तानी में कोलकता टीम साल 2012 और 2014 में आईपीएल चैंपियन बनी थी। कोलकाता के दर्शकों के बीच अगर सौरव गांगुली के बाद किसी खिलाड़ी के लिए सबसे ज़्यादा सम्मान है तो वो हैं गौतम गंभीर। उन्होंने 148 आईपीएल मैच में 4132 रन बनाए हैं जिनमें 35 अर्धशतक शामिल हैं। इस साल उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने ख़रीदा है ऐसे में ईडन गार्डेन के दर्शकों को ज़रूर मायूसी हासिल होगी। लेखक: गवीश सोनी अनुवादक: शारिक़ुल होदा