जब शाहिद अफरीदी ने 1996 में वन-डे का सबसे तेज शतक जड़ा था (अब सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड एबी डीविलियर्स के नाम है) तो उन्होंने विश्व में दर्शा दिया कि सीमित ओवरों का क्रिकेट उनके लिए हैं। कुछ वर्षों के बाद पाकिस्तान की टेस्ट टीम में भी उनकी एंट्री हुई और उन्होंने वहा अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। 50 ओवरों के क्रिकेट में जहां अफरीदी नियमित सदस्य बनकर खेले वहीं 12 वर्षों के में उन्होंने सिर्फ 27 मैच खेले। वन-डे क्रिकेट में अपने बल्ले से निरंतर नहीं रहने वाले अफरीदी ने गेंदबाजी विभाग में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। अफरीदी ने वन-डे में 8000 से अधिक रन बनाए हैं और 398 मैचों में 395 विकेट लिए। उन्होंने 98 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 1405 रन बनाए और 97 विकेट लिए। वह फटाफट प्रारूप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। हालांकि पाकिस्तान के हाल ही में संपन्न इंग्लैंड दौरे पर टी20 टीम में अफरीदी का चयन नहीं किया गया और अब उन्हें संन्यास लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है।