टेस्ट क्रिकेट में नाइटवॉचमैन का अपना ही एक अलग महत्त्व होता है। दिन का खेल खत्म होने से पहले अगर कोई टीम अपना विकेट गंवाती है तो किसी प्रमुख बल्लेबाज के बदले कप्तान किसी निचले क्रम के बल्लेबाज को बल्लेबाजी के लिए भेजता है, ताकि दिन के खेल में टीम को और कोई बड़ा झटका न लगे। अमूमन टेस्ट क्रिकेट में नाइटवॉचमैन बड़े स्कोर नहीं बना पाते हैं, लेकिन कई ऐसे मौके आये हैं जब उम्मीद के परे नाइटवॉचमैन ने शतक जड़ दिया हो।
टेस्ट क्रिकेट में अभी तक 6 ऐसे मौके आये हैं, जब नाइटवॉचमैन ने टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाया। यहाँ तक कि ऑस्ट्रेलिया के जेसन गिलेस्पी के नाम नाइटवॉचमैन के तौर पर दोहरा शतक भी दर्ज़ है और यह रिकॉर्ड बनाने वाले वह एकमात्र खिलाड़ी हैं।
आइये नज़र डालते हैं 6 ऐसे मौकों पर, जब नाइटवॉचमैन ने शतक लगाकर सबको चौंकाया:
# जेसन गिलेस्पी (201*)
2006 में बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव टेस्ट में जेसन गिलेस्पी ने नाइटवॉचमैन के तौर पर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आये और 201 रनों की शानदार पारी खेलकर सबको हैरान कर दिया। यह टेस्ट क्रिकेट का उनका एकमात्र दोहरा शतक ही नहीं बल्कि शतक भी था। ऑस्ट्रेलिया (581/4) ने जेसन गिलेस्पी के दोहरे शतक की मदद से बांग्लादेश (197 एवं 304) को एक पारी और रनों से हराया। संयोग से यह जेसन गिलेस्पी के टेस्ट करियर का आखिरी मैच भी साबित हुआ।
# मार्क बाउचर (125)
1999 में ज़िम्बाब्वे के खिलाफ हरारे टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका की एकमात्र पारी में मार्क बाउचर नाइटवॉचमैन के तौर पर बल्लेबाजी करने आये और 125 रनों की शानदार पारी खेली। दक्षिण अफ्रीका (462/9) ने उस मैच में ज़िम्बाब्वे (102 एवं 141) को एक पारी और 219 रनों से हराया था।