[caption id="attachment_10335" align="alignnone" width="628"] सौरव गांगुली[/caption] उस सीरीज के बाद सबको लगने लगा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के खेल के रिश्ते कमज़ोर होने लगे हैं, क्योंकि उस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने कई बार खेल की भावना का उल्लंघन किया। 4 मैचों की सीरीज में 0-1 से पिछड़ रहा भारत बहुत से गलत अंपायरों के निर्णय का शिकार बना। 6 बार गलत फ़ैसले होने के बाद भी कुंबले की टीम ने अपनी जीत की जंग जारी रखी और पाँचवा दिन ख़त्म होने से सात गेंद पहले भारत बहुत सारे विकेट खो चुका था। ऑस्ट्रेलिया ने लगातार 16 टेस्ट जीते थे पर कुंबले ने यह कहकर कि सह मैच सही भावना में सिर्फ़ एक टीम ने खेला है सारे किए पर पानी फेर दिया। माइकल क्लार्क ने एक बहुत नीचा कैच लपक कर गांगुली के विकेट के लिए अपील की थी। रीप्ले में यह साफ़ दिख रहा था कि गेंद पहले ही ज़मीन को छू चुकी थी। अंपायर बेनसेन ने बिना कुछ सोचे आउट क़रार दे दिया।