हाल के वर्षों में भारतीय क्रिकेट टीम ने सफलता की जिन उचाईयों को छुआ है, वो हर क्रिकेट प्रेमी के लिए गौरव का विषय है। सफलता की इसी कड़ियों के बीच भारतीय खिलाडियों ने कुछ ऐसे भी रिकॉर्ड्स अपने नाम कियें हैं जो दुनिया में अभी तक कोई नहीं तोड़ सका है। आईये जानते हैं कुछ ऐसे ही खिलाडियों के बारे में..
#1 बापू नाडकर्णी
रमेशचन्द्र गंगाराम 'बापू' नाडकर्णी, भारतीय क्रिकेट के उस दौर के खिलाड़ी थे जब क्रिकेट की जागरूकता बहुत कम थी। हालांकि, बापू के नाम एक ऐसा विश्व रिकॉर्ड है, जिसको अभी तक कोई तोड़ नही सका है।1963-64 में इंग्लैंड के विरुद्ध मद्रास (अब चेन्नई) में हुए टेस्ट मैच में बापू के नाम एक पारी में सबसे ज्यादा लगातार 21 मेडन ओवर फेंकने का विश्व रिकॉर्ड है। उस मैच में बापू ने कुल 32 ओवर गेंदबाजी की थी और मात्र 5 रन दिए थे। लगातार मेडन फेंकने के दौरान नाडकर्णी नें 131 डॉट बाल्स डाली थी। बापू नाडकर्णी विश्व क्रिकेट में अपनी किफ़ायती गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे।
#2 इरफ़ान पठान
भारतीय क्रिकेट के सफलतम गेंदबाजों में एक इरफ़ान पठान का जनवरी 2006 में पाकिस्तान के विरुद्ध वो कारनामा कौन भूल सकता है, जब उन्होंने पारी के पहले ही ओवर में हैट्रिक लेकर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया था। वो ऐसा करने वाले विश्व के पहले और एकमात्र खिलाड़ी हैं। उस मैच के बाद दुनिया ने इरफ़ान का लोहा माना था। जो पाकिस्तानी खिलाडी जो इरफ़ान की हैट्रिक का शिकार हुए थे, वो थे, सलमान बट, यूनुस खान और मोहमद यूसुफ। गुजरात के इस कुशल गेंदबाज़ ने भारत के लिए आखरी मैच 4 अगस्त 2012 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था।
#3 राहुल द्रविड़
'द वाल' के नाम से प्रसिद्ध भारत के सबसे सफल बल्लेबाजों में एक राहुल द्रविड़ के नाम यूँ तो कई रिकॉर्ड्स दर्ज हैं, पर ये अनोखा रिकॉर्ड इनको सबसे अलग बनाता है। क्रिकेट इतिहास में 30,000 से अधिक गेंदों का सामना करने वाले द्रविड़ विश्व के एकमात्र खिलाड़ी हैं। द्रविड़ नें अपने करियर में कुल 31,258 गेंदों का सामना किया। इसके साथ ही टेस्ट प्रारूप में 200 कैच लपकने वाले द्रविड़ पहले खिलाड़ी थे। राहुल द्रविड़ ने अपने करियर में पिच पर 44152 मिनट बिताए हैं।