भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में आज क्रिकेट काफी प्रसिद्ध खेल बन चुका है। क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जो एक कैरियर के रूप में चुना जा सकता है लेकिन कोई भी क्रिकेटर पूरी उम्र भर क्रिकेट नहीं खेल सकता। यही कारण है कि क्रिकेट छोड़ने के बाद क्रिकेटर अपने अनुसार अन्य स्थानों पर काम करने लगते है। देखा यह गया है कि कुछ क्रिकेटर संन्यास लेने के बाद या तो क्रिकेट मैच में कमेंट्री करने लगते हैं या कुछ क्रिकेटर को टीम का कोच बना दिया जाता है। किंतु कुछ क्रिकेटर ऐसे भी हैं जिन्होंने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद राजनीति में अपना हाथ आजमाए, किन्तु इसमें से कुछ ही सफल हो पाए। तो आइए जान लेते हैं उन 7 क्रिकेटरों के बारे में जिन्होंने क्रिकेट छोड़ने के बाद राजनीति क्षेत्र में काम किया।
#7 मोहम्मद अजहरुद्दीन
मोहम्मद अजहरूद्दीन एक भारतीय राजनेता हैं जो भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सदस्य रह चुके हैं। मोहम्मद अजहरुद्दीन भारतीय टीम के कप्तान भी चुने गए हैं। मोहम्मद अजहरुद्दीन का जन्म 1963 में हुआ और इन्होंने 1984 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय टीम में डेब्यू किया। मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भारतीय टीम की ओर से 99 टेस्ट मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने 22 शतक समेत 6216 रन बनाए। वहीं 334 अंतरराष्ट्रीय वनडे मुकाबलों में खेलते हुए इन्होंने 9378 रन बनाएं, जिसमें 7 शतक सम्मिलित हैं। बीसीसीआई ने 2000 में मोहम्मद अजहरूद्दीन के ऊपर जीवन भर के लिए क्रिकेट मैच खेलने पर बैन लगाया था, जो 2012 में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट द्वारा हटाया गया। किंतु इतने लंबे समय के बाद वह क्रिकेट में अपनी वापसी करने में असमर्थ थे।
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 2009 में भारतीय कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया। जिसके बाद वह मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश से भारतीय लोक सभा के सदस्य चुने गए। वर्तमान में वह तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं।
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#6 हसन तिलकरत्ने
हसन तिलकरत्ने श्रीलंका टीम के पूर्व बाएं हाथ के बल्लेबाज रह चुके हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 1986 से लेकर 2004 तक श्रीलंका के लिए मुकाबले खेले हैं। इस दौरान हसन तिलकरत्ने ने 83 टेस्ट मुकाबले खेले, जिसमें 4545 रन बनाए एवं 200 वनडे मुकाबले खेले, जिसमें 3789 रन बनाए। 1996 में श्रीलंका को मिली क्रिकेट वर्ल्ड कप विजय में हसन तिलकरत्ने की मुख्य भूमिका रही थी। क्रिकेट छोड़ने के बाद हसन तिलकरत्ने द्वारा श्रीलंका की राजनीति में यूनाइटेड नेशनल पार्टी की सदस्यता ली।
#5 सनथ जयसूर्या
श्रीलंका के ही सनथ जयसूर्या क्रिकेट खेलने के बाद श्रीलंका की राजनीति में हिस्सा बन चुके हैं। सनथ जयसूर्या श्रीलंकाई टीम के लिए विस्फोटक ओपनर रहे चुके हैं जो अपने ऑलराउंडर प्रदर्शन के कारण श्रीलंका के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर में एक माने जाते हैं। 1989 से 2011 तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेलने के दौरान सनत जयसूर्या ने 110 टेस्ट मुकाबलों में 6973 रन बनाए और 98 विकेट लिए जबकि 445 वनडे मुकाबलों में जयसूर्या ने 13430 रन बनाए और 323 विकेट लिए, जो उनके ऑल राउंडर प्रदर्शन को दर्शाता है।
सनथ जयसूर्या ने 2010 में श्रीलंका की राजनीति में हाथ आजमाया, जिसके बाद वे यूनाइटेड पीपुल्स फ्रीडम अलायंस पार्टी से जुड़े। जिन्हें बाद में 2013 के दौरान डाक सेवाओं का डिप्टी मिनिस्टर बनाया गया। 2015 में वे स्थानीय सरकार और ग्रामीण विकास मंत्रालय के डिप्टी मिनिस्टर बनाए गए।
#4 अर्जुन रणातुंगा
अर्जुन रणातुंगा श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर है जो सन्यास लेने के बाद श्रीलंका की राजनीति में सम्मिलित हुए। अर्जुन रणातुंगा ने श्रीलंका टीम के लिए 1982 से 2000 तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट मुकाबले खेले। इस दौरान अर्जुन रणातुंगा ने 93 टेस्ट मुकाबलों में 5105 रन बनाएं, जबकि 269 वनडे मुकाबलों में 7456 रन बनाए। यही नहीं 1996 में जब श्रीलंका टीम ने वर्ल्ड कप जीता था उस समय उस टीम के कप्तान अर्जुन रणातुंगा ही थे।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अर्जुन रणातुंगा श्रीलंका फ्रीडम पार्टी के सदस्य बने। जिसके बाद उन्हें उद्योग, पर्यटन और निवेश केडिप्टी मिनिस्टर बनाया गया। वर्तमान में वे श्रीलंका कैबिनेट में परिवहन और नागरिक उड्डयन मंत्री हैं।
#3 नवजोत सिंह सिद्धू
अपने अनोखे अंदाज के कारण पूरा भारत वर्ष नवजोत सिंह सिद्धू को जानता है। नवजोत सिंह सिद्धू पूर्व भारतीय क्रिकेटर रह चुके हैं, जिन्होंने भारत के लिए 1983 से 1996 तक क्रिकेट मुकाबले खेले। इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने 51 टेस्ट मुकाबलों में 3202 रन एवं 136 वनडे मुकाबलों में 4413 रन बनाए। सन्यास लेने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू लाइव क्रिकेट मुकाबलों में कॉमेंटेटर भी रहे। किंतु उसके बाद उन्होंने अपना हाथ राजनीति में आजमाया। नवजोत सिंह सिद्धू ने सबसे पहले भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली जिसके बाद वे राज्यसभा के सदस्य के रूप में 2016 में चुने गये। इसके बाद वे कांग्रेस से जुड़े और अभी पंजाब सरकार में मंत्री है।
#2 आमिर सोहैल
आमिर सोहैल पाकिस्तान के पूर्व बायें हाथ के बल्लेबाज़ रह चुके हैं। आमिर सोहैल ने पाकिस्तान टीम के लिए 1992 से लेकर 2000 तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट मुकाबले खेले हैं। इस दौरान 47 टेस्ट मुकाबलों में 2823 रन बनाए जबकि 156 वनडे मुकाबलों में 4780 रन बनाए हैं। बल्लेबाजी के साथ साथ आमिर सोहेल एक अच्छे गेंदबाज़ी भी थे। जिन्होंने टेस्ट मुकाबलों में 25 और वनडे मुकाबलों में 85 विकेट लिए है।
क्रिकेट छोड़ने के बाद आमिर सोहेल ने नवाज शरीफ की राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग की सदस्यता ली थी।
#1 इमरान खान
पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री इमरान खान पूर्व क्रिकेटर रह चुके हैं इमरान खान ने पाकिस्तान टीम के लिए 1971 से 1992 तक क्रिकेट खेला है। इस दौरान उन्होंने 88 टेस्ट मुकाबलों में 3807 रन बनाएं एवं 175 वनडे मुकाबलों में 3709 रन बनाएं बल्लेबाजी करने के साथ-साथ इमरान खान दाएं हाथ के तेज गेंदबाज भी थे। जिन्होंने टेस्ट मुकाबलों में 362 और वनडे मुकाबलों में 182 विकेट लिए। 1996 में इमरान खान ने अपनी राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की स्थापना की जिसके बाद से लगातार उन्होंने पाकिस्तान के चुनाव में हिस्सा लिया और आखिरकार 2018 में इमरान खान पाकिस्तान के 22 वें प्रधानमंत्री के रूप में चुने गए।