क्रिकेट जुनून से वाला खेल है जिसमें एक समय पर 13 खिलाड़ी मैदान पर होते हैं और कई बार ऐसी घटनाएँ होती हैं जब दोनों टीमों के खिलाड़ी एक दूसरे से भिड़ जाते हैं, जिससे 'भद्रपुरुषों के खेल' पर सवाल उठते है
स्लेजिंग या छींटाकशी ज्यादातर मौखिक रूप से विरोधी पक्ष के बल्लेबाज़ों अथवा गेंदबाज़ों की एकाग्रता भंग करने के लिए की जाती है। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी अपनी स्लेजिंग तकनीकों के लिए जाने जाते हैं, जिससे कई बार मैदान पर हमें तू तू-मैं मैं देखने को मिलती है।
क्रिकेट इतिहास में स्लेजिंग के कई उदाहरण रहे हैं और आज हम आपको बताने जा रहे हैं क्रिकेट मैदान पर हुईं स्लेजिंग की 7 रोचक घटनायों के बारे में:
1. शेन वॉर्न और डेरिल कुलिनन
दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज डेरिल कुलिनन को ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न के खिलाफ खेलने में हमेशा परेशानी होती थी। जब दोनों ने लगभग दो सालों बाद एक दूसरे का सामना किया तो शेन वॉर्न ने उनपर तंज़ कसते हुए कहा, "मैं आप से मुकाबला करने के लिए दो साल से इंतजार कर रहा हूं ..."
इस पर डेरिल ने तुरंत जवाब दिया: "लगता है आप खाना खाते समय भी मेरे बारे में ही सोचते रहते हैं!"
2. रवि शास्त्री और माइक व्हिटनी
भारत के पूर्व खिलाड़ी रवि शास्त्री 1991/92 में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में बल्लेबाजी कर रहे थे, जब टीम के 12वें खिलाड़ी व्यक्ति माइक व्हिटनी को विकल्प क्षेत्ररक्षक के रूप में मैदान पर बुलाया गया। इस दौरान शास्त्री ने गेंद को मिड-ऑफ पर खेलकर रन लेने की कोशिश की, तब गेंद पर झपटते हुए व्हिटनी ने शास्त्री से कहा, "अगर दोबारा तुमने क्रीज से बाहर निकलने की कोशिश की तो मैं तुम्हारा सिर फोड़ दूंगा।"
इस पर शास्त्री ने तुरंत जवाब देते हुए कहा,"अगर तुम बल्लेबाजी या गेंदबाजी कर सकते तो बारहवें खिलाड़ी नहीं होते!"
3. जावेद मियांदाद और मर्व ह्यूज
ऑस्ट्रेलिया के मर्व ह्यूज अपने स्लेजिंग के लिए कुख्यात थे और पाकिस्तान के जावेद मियांदाद के साथ उनकी नोकझोक चर्चा का विषय बनी थी। 1991 में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक टेस्ट मैच के दौरान, जब मियांदाद क्रीज पर बैटिंग कर थे, उन्होंने मर्व पर तंज़ कसते हुए कहा, "मर्व, तुम एक बस कंडक्टर जैसे लगते हो।"
मर्व उस समय चुप रहे लेकिन जब मियांदाद को उन्होंने आउट किया तो भाग कर वह मियांदाद के पास गए और चिल्लाते हुए कहा,"कृपया अपना टिकट दिखायें" और मियांदाद चुपचाप पवेलियन लौट गए।
4. सचिन तेंदुलकर और अब्दुल क़ादिर
मास्टर ब्लास्टर पर दुनिया भर के गेंदबाजों द्वारा स्लेजिंग के कई उदाहरणों मौजूद हैं लेकिन उन्होंने इसका जवाब हमेशा अपने बल्ले से दिया है। पाकिस्तान के खिलाफ एक वनडे मैच में तेंदुलकर ने मुश्ताक़ अहमद को एक ओवर में दो गगनचुंबी छक्के लगाए।
इस पर पाकिस्तान के दिग्गज स्पिनर अब्दुल क़ादिर ने तेंदुलकर से कहा, "बच्चे को क्या मार रहा है? हिम्मत है तो मुझे मार के दिखा"
हालांकि सचिन ने इसका जवाब मुँह से नहीं बल्कि अपने बल्ले से दिया, जब अगले ओवर में क़ादिर गेंदबाज़ी करने आये तो सचिन ने उन्हें उस ओवर में 4 छक्के और एक चौके लगाया और अब्दुल क़ादिर की बोलती बंद कर दी।
5. मर्व ह्यूज और रॉबिन स्मिथ
इंग्लिश बल्लेबाज रॉबिन स्मिथ, जिन्हें उनके साथ खिलाड़ी 'जूडी' नाम से बुलाते थे, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच में रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। यहां तक कि उनसे गेंद और बल्ले का संपर्क ही नहीं हो पा रहा था, इसी बीच गेंदबाज मर्व ह्यूजे उनके पास गए और कहा, "पहले बल्लेबाज़ी सीख के आओ, दोस्त।"
6. ग्लेन मैक्ग्रा और एडो ब्रांडस
दुनिया के महानतम गेंदबाजों में शुमार, ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्ग्रा अपनी धारधार गेंदबाज़ी के साथ-साथ अपनी स्लेजिंग के लिए भी जाने जाते थे।
ऑस्ट्रेलिया और ज़िम्बाब्वे के बीच एक मैच में मैक्ग्रा, ब्रांडस को आउट नहीं कर पर रहे थे, इसलिए उन्होंने ब्रांडस की एकाग्रता भंग करने के लिए कहा, "तुम इतने मोटे क्यों हो?"
इस पर ब्रांडस ने जवाब दिया, "क्योंकि जब भी मैं तुम्हारी पत्नी से प्यार करता हूँ, वो मुझे एक बिस्कुट देती है।"
#7. डेनिस लिली और जावेद मियांदाद
ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ डेनिस लिली ने अपने पूरे करियर में कई बार विरोधी खिलाड़ियों पर स्लेजिंग की है। कई बार उनकी खिलाड़ियों के साथ नोकझोक हुई है। ऐसी ही एक घटना उनके और पाकिस्तान के जावेद मियांदाद के बीच हुई जब लिली की स्लेजिंग से क्रोधित होकर मियांदाद उनपर बल्ले से हमला करने वाले थे लेकिन अंपायर ने बीच-बचाव किया था।