झारखंड से आए धोनी के बारे में कहना सही होगा कि क्रिकेट में उनका सफर आसान नहीं रहा। उनका सफर इसलिए प्रभावी बना क्योंकि वह हमेशा ही क्रिकेटर नहीं बनना चाहते थे। उन्होंने युवा उम्र में कई समय तक ट्रेन टिकट एग्जामिनर (टीटीई) के पद पर काम किया जो मशहूर भारतीय क्रिकेटर बनने से काफी समय पहले की यात्रा है। 2001 से 2003 तक धोनी खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर टीटीई थे। खड़गपुर स्टेशन पश्चिम बंगाल के मिदनापोर जिला के अंतर्गत आता है। अपने शानदार क्रिकेट करियर के सामान ही धोनी के साथी उन्हें ईमानदार और मुंह पर कहने वाला भारतीय रेलवेज का कर्मचारी बताते हैं। जहां वह एक मॉडल कर्मचारी थे, तब उनका शरारती रूप भी दिखा जिसकी वजह से वह एक बार खबर बन चुके थे। उन्होंने मस्ती करने के लिए अपने दोस्तों का साथ लिया। वह सफेद चादर ओढ़े रेलवे क्वार्टर काम्प्लेक्स में निकल गए और भूत बनकर गार्ड्स को डराया।