2011 का वर्ल्ड कप भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश में खेला गया। उस वक्त पाकिस्तानी टीम के कप्तान शाहिद अफरीदी थे। उनकी परफॉर्मेंस को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। लेकिन वर्ल्ड कप के पहले ही मैच में केन्या के खिलाफ 16 रनों पर 5 विकेट लेकर उन्होंने सभी आलोचकों को करारा जवाब दिया। इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ भी अफरीदी ने 4 विकेट चटकाए। कनाडा के खिलाफ मैच में अफरीदी ने एक बार फिर 5 विकेट लिया। बेहतरीन कप्तानी करते हुए अफरीदी ने पाकिस्तान को वर्ल्ड कप के क्वार्टरफाइनल में पहुंचा दिया। क्वार्टरफाइनल में पाकिस्तान के सामने वेस्टइंडीज जैसे मजबूत टीम थी। लेकिन उस मैच में भी अफरीदी ने 4 विकेट चटकाकर पाकिस्तान को जीत दिला दी। इस तरह से पाकिस्तानी टीम अब सेमीफाइनल में पहुंच चुकी थी जहां उनका मुकाबला मेजबान भारत से था। हालांकि सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने पाकिस्तान के विजय रथ को रोक दिया और पाकिस्तान वर्ल्ड कप से बाहर हो गया। सेमीफाइनल में पाकिस्तान भले ही विश्व कप से बाहर हो गया लेकिन पूरे टूर्नामेंट में अफरीदी की गेंदबाजी शानदार रही। अफरीदी ने पूरे टूर्नामेंट में 21 विकेट चटकाए। भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान के साथ वो टूर्नामेंट में संयुक्त रुप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उनकी कप्तानी की भी काफी तारीफ हुई कि एक औसत पाकिस्तानी टीम को उन्होंने सेमीफाइनल तक पहुंचाया। हांलाकि भारत से सेमीफाइनल हारने के बाद उनकी जमकर आलोचना भी हुई।