भारतीय क्रिकेट इतिहास की 8 यादगार साझेदारियां जो फ़ैन्स के ज़ेहन में आज भी हैं ज़िंदा

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#7 सचिन तेंदुलकर – राहुल द्रविड़, 1999

SACH-DRAVID

यह साझेदारी अपने वक्त से आने वाले 16 सालों तक अजेय रही और इसकी यादें आज भी भारत और दुनियाभर के क्रिकेट फैन्स के दिमाग में ताजा हैं। 1999 (नवंबर) में जब न्यूजीलैंड भारत के दौरे पर था, तब करगिल युद्ध की वजह से भारत में राजनीतिक सरगर्मी थी। ऐसे समय में भारतीय क्रिकेट देश के नागरिकों को इससे बेहतर सुकून के पल नहीं दे सकता था। वहां भारतीय सेना इतिहास बना रही थी और यहां भारतीय क्रिकेट टीम। मौका था दूसरे वनडे का, गांगुली 4 रन बनाकर रन-आउट हो गए। इसके बाद टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज राहुल द्रविड़ क्रीज पर आए और सचिन के साथ पारी को संभाला। कलात्मक रूप से दिग्गज इन दोनों ही बल्लेबाजों ने न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को अपनी हिटलिस्ट में शामिल किया और फिर अगली 277 गेंदों तक न्यूजीलैंड के गेंदबाज एक विकेट हासिल करने को तरस गए। मैदान का ऐसा कोई कोना नहीं बचा था, जहां पर इन दिग्गजों ने शॉट्स न लगाए हों। इस साझेदारी में तेंदुलकर ने नाबाद 186 रनों की और राहुल द्रविड़ ने 153 रनों की पारी खेली। राहुल द्रविड़ के वनडे करियर में यह उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा। सचिन इतनी आक्रामक लय में थे कि 49वें ओवर में उन्होंने 27 रन बना डाले। इन दो बड़ी पारियों की बदौलत भारत ने 376 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। दोनों ने 331 रनों की असाधारण साझेदारी की।