अपने स्कूली दिनों में जैक तेज गेंदबाज़ हुआ करते थे। लेकिन उसके बाद वह 12 साल तक क्रिकेट से दूर रहे और बतौर स्पिन गेंदबाज़ उन्होंने वापसी की। उनका एक्शन अनोखा था वह गेंद को अंगूठे और बीच वाली ऊँगली में दबाकर गेंद फेंकते थे। वह ऑफ ब्रेक, लेग ब्रेक और गूगली बिना एक्शन बदले ही किया करते थे। 1949-50 में उन्होंने विक्टोरिया के लिए डब्लूए ब्राउन के खिलाफ न्यूज़ीलैंड में 16.12 के औसत से 46 विकेट लेकर चर्चा का विषय बन गये थे। उन्होंने अगले ऑस्ट्रेलियाई सीजन में 75 विकेट लिए। वह अपने देश के लिए एशेज में इंग्लैंड के खिलाफ खेलने के लिए चुने गये। एशेज में उन्होंने 21 विकेट लिए जहाँ इंग्लैंड के बल्लेबाज़ उनके सामने बौने साबित हुए। उनका औसत इस दौरान 15.73 का था। जबकि एडिलेड टेस्ट में वह एंकल इंजरी के चलते नहीं खेल पाए थे। उसके बाद वाले दो सीजन में वह एक-एक मैच ही खेल पाए थे। तब उन्होंने इस खेल को अलविदा कह दिया और लोग उन्हें भूल गये।