भारत की घरेलू प्रतियोगिता रणजी ट्रॉफी का स्वरूप अब और बड़ा हो गया है। 2018-19 के रणजी सीजन में बिहार, उत्तराखंड और पुद्दचेरी समेत 9 नई टीमें हिस्सा लेंगीं। इनमें से 6 टीम नॉर्थ ईस्ट से हैं। 9 नई टीमों के जुड़ने से अब रणजी ट्रॉफी खेलने वाली टीमों की संख्या 37 हो जाएगी। बोर्ड ने 37 टीमों को चार ग्रुप में बांटा है। टीमों की संख्या बढ़ने की वजह से एलीट और प्लेट ग्रुप भी अब रणजी ट्रॉफी में होंगे। एलीट ग्रुप में ग्रुप ए और ग्रुप बी होंगे, हर ग्रुप में 9-9 टीमें होंगीं। जबकि ग्रुप सी में 10 टीमें होंगीं। वहीं प्लेट ग्रुप में सभी 9 नई टीमों को रखा गया है। जो नई टीमें इस सीजन से रणजी ट्रॉफी खेलेंगीं, उनके नाम इस प्रकार हैं: अरुणाचल प्रदेश, बिहार, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पुद्दुचेरी, सिक्किम और उत्तराखंड। लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के चलते इन टीमों को रणजी ट्रॉफी के रोस्टर में जगह मिली है। एक टीम प्लेट ग्रुप से, 2 टीम ग्रुप सी से क्वार्टरफाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगीं। जबकि ग्रुप ए और ग्रुप बी से मिलाकर कुल 5 टीमें आगे जाएंगीं। प्लेट ग्रुप से जो भी टीम क्वार्टरफाइनल के लिए क्वालीफाई करेगी उसे अगले सीजन प्रमोट करके ग्रुप सी में डाल दिया जाएगा। वहीं ग्रुप सी में जो टीम आखिरी पायदान पर रहेगी उसे प्लेट ग्रुप में डाल दिया जाएगा। ठीक उसी तरह ग्रुप सी से क्वालीफाई करने वाली 2 टीमों को ग्रुप ए और ग्रुप बी में भेज दिया जाएगा। वहीं ग्रुप ए और ग्रुप बी में सबसे निचले पायदान पर रहने वाली टीम को ग्रुप सी में डाल दिया जाएगा। ये नियम विजय हजारे ट्रॉफी में भी लागू होगा। गौरतलब है घरेलू सीजन की शुरुआत दिलीप ट्रॉफी के साथ होगी, जो कि 17 अगस्त से शुरु होगा। इसके बाद 19 सितंबर से 20 अक्टूबर तक विजय हजारे ट्रॉफी का आयोजन होगा, और उसके बाद देवधर ट्रॉफी खेली जाएगी। रणजी ट्रॉफी 2018-19 की शुरुआत 1 नवंबर से होगी। लीग स्टेज के मैच 10 जनवरी तक खेले जाएंगें। क्वार्टरफाइनल मैचों की शुरुआत 15 जनवरी से होगी। जबकि फाइनल मैच 2 फरवरी से 6 फरवरी तक खेला जाएगा। इसके बाद ईरानी कप का आयोजन 11 फरवरी से होगा। रणजी ट्राफी के ग्रुप दौर में कुल 153 और नॉक आउट में 7 मुकाबले होंगे। विजय हजारे ट्राफी में भी 160 मैच खेले जाएंगे।