आईसीसी वुमेंस वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन के बाद आज हर जगह भारतीय महिला क्रिकेट टीम के ही चर्चे हो रहे हैं। फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड से हारने के बावजूद वुमेंस टीम की सब तारीफ कर रहे हैं। भारतीय टीम फाइनल में जरुर हारी लेकिन उसने इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को कड़ी टक्कर दी। पब्लिसिटी नहीं होने की वजह से लोग वर्ल्ड कप से भारतीय क्रिकेट टीम को जानते तक नहीं थे। लेकिन वर्ल्ड कप के बाद हर किसी की जुबां पर सिर्फ वुमेंस क्रिकेट टीम की प्लेयरों का ही नाम है। हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना, वेदा कृष्णमूर्ति और मिताली राज जैसे प्लेयरों के हर तरफ चर्चे हैं। वुमेंस टीम का वर्ल्ड कप खत्म हो चुका है। ऐसे में एक बार फिर से अब सबकी निगाहें मेंस टीम पर आ टिकी हैं। जो इस वक्त श्रीलंका में टेस्ट सीरीज खेल रही है। अब मेंस के साथ वुमेंस टीम पर भी हर क्रिकेट प्रेमी की नजर होगी। जब भी कोई सीरीज सभी को महिला क्रिकेट टीम से काफी उम्मीदें रहेंगीं। मेंस औऱ वुमेंस टीमें दोनों के खेल में बिल्कुल भी अंतर नहीं है। जो नियम मेंस क्रिकेट में है वही वुमेंस में भी। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि मेंस और वुमेंस को मिलाकर एक टीम बनाई जाए तो वो कैसी होगी। हम आपको मिलाते हैं एक ऐसी ही टीम से जिसमे हमने 5 महिला और 6 पुरुष खिलाड़ियों को मिलाकर एक टीम बनाई है। पूनम राउत महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप में सलामी बल्लेबाज पूनम राउत ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि कुछ बड़ी पारियों के आगे उनके प्रदर्शन पर किसी की नजर नहीं गई। फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 86 रनों की बेहतरीन पारी खेली, लेकिन भारतीय टीम के 9 रनों से हारने की वजह से उनका प्रदर्शन छिप गया। हालांकि फिर भी टूर्नामेंट में कई मौकों पर राउत ने मंधाना के जल्द आउट होने के बाद एक छोर संभाले रखा। उन्होंने टीम को शुरुआती झटके नहीं लगने दिए। शिखर धवन इंग्लैंड में ही खेले गए आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का प्रदर्शन काफी शानदार रहा। वो टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। इसलिए हमने सलामी बल्लेबाजी के लिए राउत के जोड़ीदार के तौर पर शिखर धवन को चुना है। धवन इस वक्त काफी बेहतरीन फॉर्म में हैं और उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में भी अच्छे रन बनाए थे। धवन ने लगभग सभी आईसीसी टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में 67.60 की औसत और 101.80 की स्ट्राइक रेट से उन्होंने 338 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 2 अर्धशतक और एक शतक जड़ा। इसलिए हमने पूनम राउत और शिखर धवन को ओपनिंग के लिए चुना है। मिडिल ऑर्डर विराट कोहली बिना किसी शक के विराट कोहली इस वक्त दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं। दुनिया के किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जिया उड़ाने में वो सक्षम हैं। मेंस टीम के कप्तान कोहली ने हाल ही में भारतीय टीम को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल तक पहुंचाया। टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। उन्होंने टूर्नामेंट में 258 रन बनाए। कोहली अभी तक क्रिकेट के कई सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर चुके हैं और कई नए रिकॉर्ड बना भी चुके हैं। इसलिए हमने नंबर 3 पर बल्लेबाजी के लिए उनको चुना है। मिताली राज (कप्तान) भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज इस वक्त वुमेंस वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज हैं। उनसे ज्यादा रन वुमेंस वनडे टीम में किसी भी महिला खिलाड़ी ने नहीं बनाए हैं। उन्होंने वुमेंस वर्ल्ड कप में भारतीय महिला क्रिकेट टीम का शानदार तरीके से नेतृत्व किया लेकिन रोमांचक मुकाबले में मेन इन ब्लू को 9 रन से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय महिला टीम ने वर्ल्ड कप तो नहीं जीता लेकिन करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों का दिल जरुर जीत लिया। मिताली राज के कप्तानी की सभी तारीफ कर रहे हैं। वर्ल्ड कप में मिताली राज दूसरी सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज रहीं। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में 419 रन बनाए। विराट कोहली की कप्तानी की कई लोग आलोचना कर चुके हैं इसलिए हम इस टीम का कप्तान मिताली राज को चुन रहे हैं। हरमनप्रीत कौर हरमनप्रीत कौर वुमेंस बिग बैश लीग में खेलने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर हैं। वो भारतीय महिला टी-20 टीम की कप्तान भी हैं। हालांकि वर्ल्ड कप में उनका प्रदर्शन ज्यादातर मैचो में अच्छा नहीं रहा। लेकिन सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई उनकी धमाकेदार पारी सालों तक लोगों को याद रहेगी। कंगारुओं के खिलाफ हरमनप्रीत कौर ने 110 गेंदों पर तूफानी 171 रन बनाए। वहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ करो या मरो के मुकाबले में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। हरमनप्रीत कौर को हमने नंबर 4 पर बल्लेबाजी के लिए चुना है, क्योंकि वो टीम को संभालने के साथ जरुरत पड़ने पर तेजी से भी रन बना सकती हैं। महेंद्र सिंह धोनी एक टीम में मिताली राज और एमएस धोनी हर किसी का सपना होगा। दोनों ही कैप्टन कूल हैं। अगर धोनी उपलब्ध हैं तो विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर निश्चित तौर पर वो पहली पसंद होंगे। उनकी कीपिंग का कोई परफेक्ट रिप्लेसमेंट अभी भी भारतीय टीम को नही मिला है। इसके अलावा धोनी कभी भी गियर चेंज कर सकते हैं। जरुरत के हिसाब से वो मैच बना सकते हैं। ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा वुमेंस क्रिकेट टीम की ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा का प्रदर्शन भी किसी की नजर में नहीं आया। हालांकि वर्ल्ड कप में उन्होंने बेहतरीन ऑलराउंडर खेल दिखाया। दीप्ति शर्मा भारतीय टीम के लिए कई बार ओपनिंग भी कर चुकी हैं। वनडे क्रिकेट में भारत की तरफ से वो एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज भी हैं। दीप्ति ने आयरलैंड के खिलाफ 188 रनों की पारी खेली थी। बल्लेबाजी के अलावा दीप्ति गेंदबाजी भी काफी अच्छी कर लेती हैं। उन्होंने कई मौकों पर अहम विकेट चटकाए हैं। रविंद्र जडेजा रविचंद्रन अश्विन इस वक्त खराब फॉर्म के दौर से चल रहे हैं। ऐसे में हम रविंद्र जडेजा को टीम में जगह दे सकते हैं। गेंदबाजी के अलावा जडेजा फील्डिंग भी काफी अच्छी करते हैं। इस वक्त वो भारत के बेहतरीन फील्डरों में से एक हैं। हालांकि जडेजा ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया लेकिन विकेट लेने की उनकी क्षमता को देखकर हमने उनको टीम में जगह दी है। गेंदबाज झूलन गोस्वामी वुमेंस क्रिकेट की सबसे बेहतरीन गेंदबाजों से एक हैं झूलन गोस्वामी। वुमेंस वनडे क्रिकेट इतिहास में वो इस वक्त सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं। वर्ल्ड कप में झूलन गोस्वामी का पहला मैच उतना अच्छा नहीं रहा। वो पहले मैच में बढ़िया प्रदर्शन नहीं कर पाईं। हालांकि टूर्नामेंट बीतने के साथ उनके प्रदर्शन में निखार आता गया। सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले में उन्होंने खतरनाक गेंदबाजी की। फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाफ उनके खतरनाक स्पेल को कोई नहीं भूल सकता। भुवनेश्वर कुमार पिछले कुछ सालों में भुवनेश्वर कुमार भारत के सबसे बेहतरीन वनडे गेंदबाज बनकर उभरे हैं। वो गेंद को दोनों तरफ से स्विंग करा सकते हैं। उनकी ये क्षमता उन्हे काफी खतरनाक गेंदबाज बनाती है। खासकर डेथ ओवरों में उनको खेलना कतई आसान नहीं होता है। भुवनेश्वर कुमार 67 वनडे मैचो में 37.74 की औसत से 70 विकेट चटका चुके हैं। जसप्रीत बुमराह 2015 आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के बाद जसप्रीत बुमराह सुर्खियों में आ गए। उन्हे भारतीय टीम में चुन लिया गया। इस वक्त वो भारतीय टीम के बेस्ट टी-20 गेंदबाज हैं। बुमराह की सटीक यॉर्कर गेंदें किसी भी बल्लेबाज का विकेट उखाड़ सकती हैं। डेथ ओवरो में उनकी यॉर्कर को खेलना काफी मुश्किल हो जाता है। हालांकि उनकी एक कमजोरी उनका बार-बार नो बॉल फेंकना है लेकिन इससे उनकी काबिलियत कम नहीं होती है। 16 वनडे मैचो में 26.42 की औसत से वो अब तक 26 विकेट चटका चुके हैं। लेखक- राजदीप पुरी अनुवादक-सावन गुप्ता