आईपीएल (IPL) के आयोजन को लेकर बीसीसीआई पर बोम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है जिसमें 1000 करोड़ रूपये की ऑक्सीजन और मेडिकल सप्लाई देने की मांग की गई है। यह याचिक मुंबई के एक वकील ने लगाई है जिसमें कहा गया कि 9 अप्रैल से अब तक जो भी कमाई बीसीसीआई ने आईपीएल से की है, उसमें से कोरोना से लड़ाई में हिस्सा लिया जाना चाहिए। यह भी कहा गया कि देश इतने मुश्किल समय से गुजर रहा है, ऐसे में आईपीएल आयोजन ठीक नहीं था।
अधिवक्ता वंदना शाह द्वारा दायर की गई याचिका में कहा गया है कि बीसीसीआई को भारतीयों से असंवेदनशील और अहंकारी बर्ताव के लिए बिना शर्त माफी मांगने का आदेश दिया जाना चाहिए। दलील यह भी कहती है कि बीसीसीआई को श्मशान को बनाने के लिए कहा जाना चाहिए क्योंकि इस समय इसकी भी काफी ज्यादा अहमियत है।
शाह ने अपनी याचिका में जनता के प्रति बीसीसीआई की जवाबदेही पर सवाल उठाया। शाह का कहना है कि वह खुद खेल की प्रशंसक हैं लेकिन ऐसे संवेदनशील समय में जीवन अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कोर्ट को यह भी बताया कि कोरोना के कारण सोमवार को मैच स्थगित किया गया था और अब बाकी मैचों को मुंबई में शिफ्ट करने की योजना है। मुंबई में पहले से ही कोरोना मामले हैं।
हालांकि इस याचिका से पहले ही शायद बोर्ड ने काम शुरू कर दिया था और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल और बीसीसीआई ने मंगलवार को एक आपातकालीन बैठक आयोजित की जहां उन्होंने सर्वसम्मति से तत्काल प्रभाव से 2021 सीज़न को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का फैसला किया।
मंगलवार को भी अमित मिश्रा, रिद्धिमान साहा और माइक हसी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अमित मिश्रा को निर्दिष्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया। दिल्ली कैपिटल्स ने इस बारे में ट्विटर पर जानकारी बी साझा की।