क्रिकेट इतिहास में हमें कई महान खिलाड़ी को देखने का मौका मिला है, जिन्होंने इस खेल को नई ऊंचाइयां दी हैं। स्ट्रोक मास्टर सर डॉन ब्रैडमैन से लेकर विराट कोहली की बेख़ौफ़ बल्लेबाज़ी, डेनिस लिली की पेस गेंदबाज़ी से लेकर वसीम अकरम की रिवर्स स्विंग गेंद, पारंपरिक फिरकी गेंदबाज़ी से आधुनिक स्पिन बॉलिंग, जॉन्टी रॉड्स की फ्लाइंग थ्रो से लेकर जडेजा की ज़बरदस्त फ़ील्डिंग तक सब कुछ क्रिकेट में देखने को मिला है। कई खिलाड़ियों ने तो क्रिकेट को देखने का नज़रिया ही बदल दिया है। हांलाकि खिलाड़ी किसी भी खेल का अहम हिस्सा होते हैं, लेकिन हमें ये बात नहीं भूलनी चाहिए कि क्रिकेट एक टीम गेम है। एक खिलाड़ी अपने दम पर टीम के लिए ज़रूरी योगदान दे सकता है लेकिन अगर जीत हासिल करनी है तो पूरी टीम को मिलकर खेलना होता है। 1970 के दशक की वेस्टइंडीज़ टीम और 21वीं सदी के पहले दशक की ऑस्ट्रेलियाई टीम विश्व की सबसे बेहतरीन टीम्स में से एक थी। इन दोनों टीम्स ने दशकों तक विश्व क्रिकेट पर राज किया है। आपको याद होगा कि साल 2005 में आईसीसी सुपर सीरीज़ आयोजित हुई थी जो वर्ल्ड XI और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई थी। इस सीरीज़ में 3 वनडे और 1 टेस्ट मैच खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया ने ये सभी मैच अपने नाम किए थे। स्टार खिलाड़ियों से भरी वर्ल्ड XI टीम भी ऑस्ट्रेलियाई बाधा पार करने में नाकाम रही, लेकिन आज अगर ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ विश्व एकदाश टीम तैयार कर दी जाए तो शायद हालात वैसे नहीं होंगे जैसे कि साल 2005 में हुए थे। हम यहां विश्व के बेहतरीन खिलाड़ियों को मिलाकर विश्व एकदाश टीम तैयार कर रहे हैं जो ऑस्ट्रेलिया एकादश को हराने की ताक़त रखती है। ओपनर (शिखर धवन और रोहित शर्मा) मौजूदा दौर की बात करें तो भारतीय सलामी जोड़ी से बेहतर ओपनिंग कोई और नहीं कर सकता। हांलाकि इनके पास कुछ नाकामियां भी हाथ आई हैं, लेकिन ज़्यादातर मौकों पर ये जोड़ी हिट रही है। 76 वनडे पारियों में इस जोड़ी ने 45 की औसत से 3382 रन बनाए हैं। शिखर धवन और रोहित शर्मा ने मिलकर कई सालों से भारतीय बल्लेबाज़ी में जान फूंक दी है। रोहित की बल्लेबाज़ी का औसत साल 2016 में 63 के आसपास था जो साल 2017 में 70 के पार जा पहुंचा। धवन का औसत 50 के आसपास है और वो कई मौके पर टीम इंडिया के अहम योगदान देते हैं। विश्व एकादश में ये जोड़ी धमाल मचा सकती है।#3 विराट कोहली, कप्तान तीसरे नंबर पर विराट कोहली की जगह और कोई नहीं ले सकता, वो दुनिया के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से हैं जो तीनों फ़ॉर्मेट में शानदार बल्लेबाज़ी करते हैं। वनडे में उनका औसत 58 के क़रीब है और स्ट्राइक रेट 92 के आस-पास। इससे ये साबित होता है कि वो मौजूदा दौर के बेहतरीन बल्लेबाज़ हैं। उनका फ़ुट वर्क कमाल का है, उन्हें ये पता होता है कि किसी गेंद को कब और कैसे खेलना है। उन्हें हम विश्व एकादश टीम के कप्तान बना रहे हैं, क्योंकि उनमें टीम का नेतृत्व करने की क्षमता है। उनके अंदर रन बनाने और मैच जीतने की भूख़ साफ़ देखी जा सकती है। विकेटकीपर #4 जॉनी बेरस्टो इंग्लैंड आज वनडे की टॉप टीम है तो इसमें बहुत बड़ा योगदान जॉनी बेयरस्टो का है। अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के शुरुआती दौर में वो उतने प्रभावशाली नहीं थे जितने कि आज हैं। साल 2017 की शुरुआत से लेकर अब तक बेयरस्टो ने 27 पारियों में 65.3 की औसत से 1436 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 100 से ज़्यादा रहा है। उनके अंदर आक्रामक और रक्षात्मक दोनों तरीके से बल्लेबाज़ी का हुनर है। #5 फ़ॉफ़ डुप्लेसी प्रोटियास टीम के फ़ॉफ डुप्लेसी की सबसे बड़ी ताक़त उनका तजुर्बा है, वो किसी भी विपक्षी टीम के ख़िलाफ़ बल्लेबाज़ी करने में सहज हैं। वो पिछले कुछ सालों से लगातार अच्छा खेल दिखा रहे हैं। हांलाकि वो इस साल की शुरुआत में चोट की वजह से टीम इंडिया के ख़िलाफ़ सीरीज़ नहीं खेल पाए थे। लेकिन आईपीएल के प्लेऑफ़ मुक़ाबले में धमाल मचा दिया था। वो दबाव में अच्छी बल्लेबाज़ी करना जानते हैं और वो मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाज़ी करने में माहिर हैं। #6 एमएस धोनी (विकेटकीपर) विश्व एकादश टीम में विकेटकीपर-बल्लेबाज़ के लिए एमएस धोनी से बेहतर विकल्प और कोई नहीं हो सकता। हाल में ही हुए आईपीएल मुक़ाबले में उन्होंने साबित कर दिया कि शेर कभी बूढ़ा नहीं होता। वो दुनिया के सबसे बेहतरीन फ़िनशर्स में से एक हैं। विकेटकीपिंग के मामले में तो उनकी तुलना किसी से की ही नहीं जा सकती। स्टंप के पीछे उनकी फ़ुर्ती से बल्लेबाज़ भी चकमा खा जाते हैं। गेंदबाज और ऑलराउंडर #7 बेन स्टोक्स विश्व एकादश में बेन स्टोक्स से बेहतर बैटिंग ऑलराउंडर और कोई हो ही नहीं सकता। पिछले कुछ सालों में उन्होंने अपने हरफ़नमौला प्रदर्शन से हर किसी का दिल जीता है। साल 2016 से लेकर अब तक स्टोक्स नो 32 वनडे पारियों में 52.08 की औसत से 1302 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 100 के आस-पास रहा है। साल 2016 से अब तक उन्होंने 35 मैचों में 26 विकेट हासिल किए हैं। वो अकेले अपने दम पर मैच का रुख़ पटल सकते हैं। #8 राशिद ख़ान जब से राशिद ख़ान ने अफ़ग़ानिस्तान की वनडे टीम में डेब्यू किया है, तब से लेकर अब तक वो अपनी लेग स्पिन गेंदबाज़ी और गुगली के लिए मशहूर हो गए हैं। वो इस सीमित ओवर के खेल में बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हैं। वनडे करियर में उनकी इकॉनमी रेट 4 से कम है, क्योंकि वो डॉट बॉल फेंकने में माहिर हैं। उनके अंदर विकेट निकालने की क्षमता कमाल की है। #9 जसप्रीत बुमराह साल 2016 से लेकर अब तक जसप्रीत बुमराह ने अपनी घातक गेंदबाज़ी से विपक्षी बल्लेबाज़ों के पसीने छुड़ा दिए हैं। वो स्विंग और यॉर्कर गेंद फेंकने में माहिर हैं। डेथ ओवर्स में वो कमाल की गेंदबाज़ी करते हैं। किसी भी टीम के लिए जसप्रीत बुमराह से बेहतर पेस गेंदबाज़ मिलना मुश्किल है। वो टीम इंडिया के लिए भविष्य का सितारा हैं।#10 कुलदीप यादव कुलदीप यादव टीम इंडिया की बेहतरीन खोज में से एक हैं। आईपीएल में शानदार प्रदर्शन की बदौलत उन्हें अंतरराषट्रीय मैच में खेलने का मौका मिला था। धीरे-धीरे वो अपनी गेंदबाज़ी की वजह से टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर रहे हैं। अब तक खेले गए 22 वनडे मैच में उन्होंने 18.21 की औसत से 48 विकेट हासिल किए हैं। स्पिन गेंदबाज़ी के लिए कुलदीप सबसे बेहतर विकल्प हैं वो भी तब जब मुक़ाबला ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ हो। #11 हसन अली हसन अली अब पाकिस्तान के एक अहम गेंदबाज़ बन गए हैं, उनकी सबसे ख़ास बात ये है कि वो अलग-अलग गति से गेंद फेंकते हैं। उनकी गेंद को खेल पाना किसी भी बल्लेबाज़ के लिए आसान नहीं होता है। उन्होंने 31 मैच में 24.27 की स्ट्राइक रेट से 63 विकेट हासिल किए हैं। इससे साबित होता है कि विकेट लेने के मामले में हसन का जवाब नहीं है। लेखक- पीयूष चौधरी अनुवादक- शारिक़ुल होदा