दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज (IND vs SA) के लिए चुने गए भारतीय स्क्वॉड में तमिलनाडु के ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) को जगह नहीं दी गयी। सुंदर को स्क्वॉड में जगह ना मिलने पर पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने आश्चर्य जताया है।
भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 26 दिसंबर 3 टेस्ट मैच खेलने हैं और चयनकर्ताओं ने कुछ दिनों पहले ही इस सीरीज के लिए 18 सदस्यीय टीम का ऐलान किया था। रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल चोटिल होने की वजह से टीम का हिस्सा नहीं हैं। भारत ने रविचंद्रन अश्विन और जयंत यादव के रूप में दो स्पिनर शामिल किये हैं।
अपने यूट्यूब चैनल पर साझा किये गए वीडियो में, आकाश चोपड़ा से जब सुंदर को नियमित टेस्ट टीम का सदस्य होने के बावजूद ना शामिल किये जाने को लेकर पूछा गया तो उन्होंने जवाब में कहा,
मैं आपकी बात से पूरी तरह सहमत हूं, कि वह कहा है? यह मेरे लिए थोड़ा आश्चर्य की बात है। मुझे आश्चर्य है कि कोई इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहा है क्योंकि आपके सभी स्पिनर चोटिल हैं। जडेजा चोटिल हो गए, अक्षर चोटिल हो गए, वैसे भी आप टेस्ट क्रिकेट में कोई लेग स्पिनर नहीं खिलाते हैं और कुलदीप यादव को वापस नहीं लाना चाहते हैं।
चोपड़ा के मुताबिक सुंदर चोटिल जडेजा की अच्छी रिप्लेसमेंट होते। उन्होंने आगे कहा,
मुंबई टेस्ट में जयंत ने अच्छा किया और आपने इसी वजह से उन्हें बरकरार रखा लेकिन केवल जयंत और अश्विन ही दो स्पिनर हैं। आपने वॉशिंगटन के बारे में सोचा भी नहीं। अगर आपको बैलेंस के लिए तीन तेज गेंदबाज और दो स्पिनर खिलाने पड़ गए इसलिए वाशी जडेजा की जगह पर आसानी से फिट हो जाते।
वॉशिंगटन सुंदर को ना चुने जाने के पीछे कोई वजह नहीं बताई गयी - आकाश चोपड़ा
चोटिल होने से पहले वॉशिंगटन सुंदर ने टेस्ट टीम में अच्छा किया था और अब वह पूरी तरह फिट भी हो गए हैं लेकिन उन्हें क्यों नहीं चुना गया, इसका जवाब किसी ने नहीं दिया है। चोपड़ा ने इस बारे में कहा,
लेकिन उस पर बिल्कुल भी विचार न करना, उसके बारे में बिल्कुल भी बात न करना, किसी ने यह भी नहीं बताया कि वह चोटिल है या अनुपलब्ध है या उसे क्यों नहीं चुना गया है, यह ठीक नहीं है।
पूर्व सलामी बल्लेबाज का मानना है कि अगर चयनकर्ता इस बारे में पारदर्शिता दिखाते तो फिर सब कुछ स्पष्ट होता। उन्होंने कहा,
मुझे लगता है कि वॉशिंगटन सुंदर के बारे में चर्चा होनी चाहिए थी और अगर उन्हें नहीं चुना गया तो सार्वजनिक रूप से स्पष्टीकरण दिया जाना चाहिए था। जितना अधिक आप लोगों को सूचित करेंगे, उतना ही बेहतर होगा, और आप और मैं इसके बारे में कम ही बात करेंगे।