पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) में भारतीय टीम (Indian Cricket Team) को मिली हार को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम अपने होम ग्राउंड में रैंक टर्नर पिचों पर खेलती है और इसका नतीजा ये होता है कि जब वो बाहर खेलने जाते हैं तो फिर उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही टीम का एक बार फिर आईसीसी टाइटल जीतने का सपना टूट गया। भारतीय टीम पिछले 10 साल से एक भी आईसीसी टाइटल नहीं जीत पाई है और लगातार नॉकआउट में आकर हार रही है। इस हार के लिए बल्लेबाजों को ज्यादा जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
भारतीय टीम सिर्फ रैंक टर्नर पिचों पर खेलकर खुश हो जाती है - आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा के मुताबिक भारत में टेस्ट मैचों के लिए अच्छी पिचें नहीं तैयार की जाती हैं। अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा "हम अब भारत में रैंक टर्नर पिचों पर खेलने लगे हैं। अब मैच डेढ़ या दो दिन में खत्म होने लगे हैं। अब मुकाबले पांचवें दिन तक नहीं जाते हैं। अगर पांचवें दिन तक मैच जाए तो इसका मतलब ड्रॉ हो जाएगा। जब आप इस तरह की पिच पर खेलते हैं तो फिर मैच जीतते हैं। आप विरोधी टीम के ऊपर हावी हो जाते हैं लेकिन आपके भी बल्लेबाज रन नहीं बना पाते हैं। हम सबको ये ठीक लगता है लेकिन ऐसा क्यों है। हम इस तरह की पिचों पर मैच जीतकर खुश क्यों हैं। मैच जीतना ही सबकुछ नहीं है।"
आपको बता दें कि खेल के आखिरी दिन 444 रनों के टार्गेट का पीछा करते हुए भारतीय टीम सिर्फ 234 रन बनाकर सिमट गई। कोई भी बल्लेबाज टिककर लंबी पारी नहीं खेल पाया।