भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के लिए टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) का सातवां संस्करण कुछ ख़ास नहीं रहा और टीम नॉकआउट में पहुंचे बिना ही टूर्नामेंट से बाहर हो गयी। इस टूर्नामेंट में काफी टीमों ने लेग स्पिन गेंदबाजों पर भरोसा जताया और नतीजे भी प्राप्त हुए। हालांकि भारत के लिए लेग स्पिनर की भूमिका निभाने वाले वरुण चक्रवर्ती असरदार साबित नहीं हुए। टूर्नामेंट में लेग स्पिन गेंदबाजों के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए, पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा का मानना है कि भारत ने अपने स्क्वॉड में अनुभवी युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) को ना चुनकर गलती कर दी।
भारत ने अपनी टी20 वर्ल्ड कप टीम में राहुल चाहर और वरुण चक्रवर्ती को लेग स्पिन के विकल्प के रूप में चुना, लेकिन राहुल चाहर को अभी तक एक भी मैच में मौका नहीं मिला है। टीम में चक्रवर्ती को तरजीह दी गयी, जिन्होंने भारत के चार में से तीन मैच खेले हैं, लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला है।
अपने यूट्यूब चैनल पर आकाश चोपड़ा ने टूर्नामेंट में लेग स्पिन गेंदबाजों की कामयाबी पर चर्चा करते हुए कहा,
लेग स्पिनर राज कर रहे हैं। वनिंदू हसारंगा ने हैट्रिक ली, एडम जैम्पा ने पांच विकेट लिए। राशिद खान शानदार रहे हैं और ईश सोढ़ी भी बहुत अच्छे रहे हैं। इसलिए ज्यादातर लेग स्पिनर आगे आए हैं। गेंद गीली होने पर भी वे प्रभाव डालने में सफल रहे हैं। यही लेग स्पिनरों की खूबसूरती है।
चोपड़ा ने आगे कहा कि जिस तरह से लेग स्पिनर का प्रदर्शन रहा है, उसको देखते हुए लगता है कि क्या भारत ने चहल को ना चुनकर गलती कर दी। उन्होंने अपनी बात को आगे जारी रखते हुए कहा,
शानदार प्रदर्शन को देखकर मुझे आश्चर्य हुआ कि क्या भारत ने (युजवेंद्र) चहल को नहीं चुनकर गलती की। अगर वह वहां होता, तो 100% खेलता। लेकिन चूंकि हमने राहुल चाहर को उनसे पहले चुना था, और हमने वरुण चक्रवर्ती को प्लेइंग इलेवन में पहला मौका देने का फैसला किया। फिर हमने (रविचंद्रन) अश्विन को खिलाया, जो बुरा विचार नहीं है। लेकिन सच तो यह है कि अगर चहल होते तो वह आपकी असली पसंद होते। लेग स्पिनरों ने जिस तरह का प्रदर्शन किया है, उसको देखते हुए शायद हम चूक गए। लेग स्पिनर आमतौर पर टी20 क्रिकेट में अच्छा करते हैं।
चहल की गैरमौजूदगी को लेकर गेंदबाजी कोच की प्रतिक्रिया
भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच भारत अरुण से जब युजवेंद्र चहल की गैरमौजूदगी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया। उन्होंने जवाब में कहा,
मैं इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहूंगा और यह चयनकर्ताओं को फैसला करना है। हम केवल दी गई टीम के साथ खेल सकते हैं।