ओवल में खेले जा रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) मुकाबले में भारत की पहली पारी के दौरान अनुभवी अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने काफी अच्छी पारी खेली। उन्होंने संयम के साथ-साथ कमजोर गेंदों पर जोरदार शॉट भी लगाए। रहाणे की पारी को देखकर आकाश चोपड़ा ने उनकी तकनीक में बदलाव महसूस किया लेकिन वो इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हैं कि क्या ये बल्लेबाजी करने का सही एप्रोच है।
लम्बे समय बाद भारतीय टीम में वापसी करने वाले रहाणे ने मुश्किल समय में एक बेहतरीन पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया के विशाल स्कोर के सामने भारत के फॉलोऑन टालने में अहम भूमिका निभाई। वह शतक से जरूर चूक गए लेकिन 89 रनों की एक शानदार पारी खेली जिसमें 11 चौके और एक छक्का शामिल रहा। उनके और शार्दुल ठाकुर (51) के बीच 109 रनों की साझेदारी हुई, जिसकी मदद से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को एक बहुत बड़ी बढ़त नहीं लेने दी।
आकाश चोपड़ा ने अजिंक्य रहाणे के फ्रंट फुट पर न खेलने के बारे में बताया
अपने यूट्यूब चैनल पर दूसरे दिन के खेल का रिव्यु करते हुए, आकाश चोपड़ा ने अजिंक्य रहाणे के बैकफुट से खेलने के एप्रोच पर सवाल खड़े किये। उन्होंने कहा,
अजिंक्य रहाणे ने अपनी तकनीक में थोड़ा बदलाव किया है। उनके दोनों पैर क्रीज के अंदर रहते हैं, वह काफी देर से खेल रहे हैं, जो अच्छी बात है, लेकिन वह बिल्कुल भी आगे नहीं जा रहे हैं। मैं इसके साथ 50-50 हूं, मैं 100% आश्वस्त नहीं हूं कि यह खेलने का सही तरीका है। यह खेलने का एक तरीका है और फिर विराट कोहली का तरीका है, जिन्हें निश्चित रूप से विकेट लेने वाली गेंद मिली, लेकिन क्या इसे बेहतर तरीके से खेला जा सकता था? मार्नस लैबुशेन भी ऐसा ही करते हैं और फ्रंट फुट पर रहते हैं। इसीलिए शायद कई बार गेंद उन्हें लगती है। यदि आप इसे बैकफुट पर खेलते हैं तो आप उस गेंद को बेहतर तरीके से खेलने में सक्षम हो सकते हैं।