पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने विदेशी टी20 लीग्स में भारतीय खिलाड़ियों के खेलने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। आकाश चोपड़ा के मुताबिक भारत के कॉन्ट्रैक्टेड प्लेयर्स को विदेशी लीग्स में नहीं खेलना चाहिए। इसकी वजह ये है कि उनके पास इंटरनेशनल मैचों में खेलने की फुर्सत नहीं है तो फिर वो विदेशी लीग्स में कैसे खेलेंगे।
दरअसल बीसीसीआई अपने खिलाड़ियों को आईपीएल के अलावा देश के बाहर होने वाली किसी भी टी20 लीग में खेलने की अनुमति नहीं देती है। भारतीय खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में होने वाले बीबीएल में नहीं खेलते हैं और वहीं दूसरे देशों के कई खिलाड़ी इस लीग में खेलते हैं और उन्हें यहां खेलने का ज्यादा अनुभव है। इसके अलावा इंडियन प्लेयर्स सीपीएल और द हंड्रेड जैसे टूर्नामेंट्स में भी हिस्सा नहीं लेते हैं। भारतीय खिलाड़ी केवल आईपीएल ही खेलते हैं।
हाल ही में टी20 वर्ल्ड कप में मिली हार के बाद भारतीय खिलाड़ियों के विदेशी लीग्स में खेलने की मांग उठी थी। इस पर काफी मिली-जुली प्रतिक्रिया आई थी। वहीं आकाश चोपड़ा का मानना है कि भारतीय खिलाड़ियों के पास विदेशी लीग्स में खेलने का समय ही नहीं है।
भारतीय खिलाड़ियों के पास समय ही नहीं है - आकाश चोपड़ा
अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा 'भारत के मेन खिलाड़ी जो ए प्लस या ए कॉन्ट्रैक्ट का हिस्सा हैं वो दो या तीन फॉर्मेट खेलते हैं और उनके पास टाइम ही नहीं है। उनके पास भारत के ही सारे मैच खेलने का समय नहीं है। जब आपको पहले से ही ब्रेक की जरूरत है तो फिर वहां पर जाकर क्यों खेलना। क्या ज्यादा पैसे के लिए ? वो तो वैसे ही बीसीसीआई की तरफ से उन्हें काफी मिलता है। टी20 लीग से ज्यादा उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से मिलेगा।'
इससे पहले अश्विन ने भी कहा था कि भारतीय खिलाड़ियों के पास इतना समय ही नहीं है कि वो दूसरे देशों की लीग्स में जाकर खेलें।