पूर्व भारतीय बल्लेबाज आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) का मानना है कि आगामी यूएई टी20 लीग कई बड़े नामों को आकर्षित कर सकती है, खासकर वे जिनका करियर अपने चरम पर नहीं है। चोपड़ा के अनुसार, जब कोई खिलाड़ी अपने चरम पर नहीं होता है तो आर्थिक पहलू बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है।
अपने यूट्यूब चैनल पर चोपड़ा ने कहा कि यूएई लीग आईपीएल के बाद खिलाड़ियों को दूसरी सबसे अच्छी सैलरी देगी। खिलाड़ियों की शेल्फ लाइफ बहुत कम होती है। वे टूर्नामेंट में भाग लेंगे जहां उन्हें अधिक भुगतान मिलता है। जब आप अपना करियर शुरू कर रहे होते हैं, तो पैसा उतना महत्वपूर्ण नहीं होता है, लेकिन जब आपका करियर डाउनस्लाइड पर होता है, तो पैसा बहुत मायने रखता है।
उन्होंने यह भी कहा कि अपनी टी20 लीग पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ऑस्ट्रेलिया में एकदिवसीय श्रृंखला से हटकर दक्षिण अफ्रीका ने सभी को आईना दिखाया है। उन्होंने दावा किया कि दक्षिण अफ्रीका का निर्णय द्विपक्षीय क्रिकेट पर फाइनेंस के महत्व का स्पष्ट उदाहरण है।
गौरतलब है कि यूएई क्रिकेट लीग के अलावा दक्षिण अफ्रीका ने भी अपनी घरेलू टी20 लीग को लॉन्च करने का निर्णय लिया है। अहम बात यह है कि इसमें सभी छह टीमों को आईपीएल टीमों के मालिकों ने ही खरीदा है। ऐसे में कहा जा सकता है कि दक्षिण अफ्रीका की टी20 लीग मिनी आईपीएल की तरह होगी। हालांकि इसमें भारतीय खिलाड़ी खेलते हुए नहीं दिखेंगे।
यूएई टी20 लीग में भी तीन टीमें आईपीएल टीमों के मालिकों ने खरीदी है। ऐसे में इन टीमों के खिलाड़ियों की सुख सुविधाओं में भी अहम चीजें देखने को मिलेंगी। एक और खास बात यह भी है कि पाकिस्तान के खिलाड़ी भी इन टीमों में खेलते हुए नज़र आएँगे। ऐसे में भारतीय मालिकों के अधीन वे एक बार फिर से खेलेंगे।