भारतीय टीम (Indian Cricket Team) को टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) में मिली हार के बाद टीम के ऊपर काफी सवाल खड़े हुए। इस दौरान एक चीज जो सबसे ज्यादा चर्चा का विषय रही वो ये कि भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी लीग्स में नहीं खेलने का नुकसान हो रहा है। टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने भी इस बारे में बयान दिया था। अब पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज आकिब जावेद ने भी कहा है कि विदेशी लीग्स में नहीं खेलने की वजह से भारतीय टीम को वो एक्सपीरियंस नहीं मिल पा रहा है।
दरअसल बीसीसीआई अपने खिलाड़ियों को आईपीएल के अलावा देश के बाहर होने वाली किसी भी टी20 लीग में खेलने की अनुमति नहीं देती है। भारतीय खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में होने वाले बीबीएल में नहीं खेलते हैं और वहीं इंग्लैंड के कई खिलाड़ी इस लीग में खेलते हैं और उन्हें यहां खेलने का ज्यादा अनुभव है। इसके अलावा इंडियन प्लेयर्स सीपीएल और द हंड्रेड जैसे टूर्नामेंट्स में भी हिस्सा नहीं लेते हैं। भारतीय खिलाड़ी केवल आईपीएल ही खेलते हैं।
विदेशी लीग्स नहीं खेलने की वजह से भारत को हुआ नुकसान - आकिब जावेद
पाकिस्तान के जियो न्यूज पर बातचीत के दौरान आकिब जावेद ने कहा 'आईपीएल ने पिछले 14 साल से अपने प्लेयर्स को बाहर जाने से रोक दिया है। इसी वजह से उनकी आज तक कभी टी20 वर्ल्ड कप में अच्छी परफॉर्मेंस नहीं आई। जब तक आपके प्लेयर इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और सीपीएल में खेलने नहीं जाएंगे तो सीखेंगे कैसे। जब भारत नहीं करता है तो उनकी तुलना करते हुए हमारा बोर्ड भी अपने खिलाड़ियों को नहीं जाने देता है।'
वहीं इससे पहले चेन्नई सुपर किंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने इंडियन प्लेयर्स को विदेशी लीग्स में खेलने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि जब आप कमेंटेटर्स को सुनते हैं तो वो बताते हैं कि बीबीएल की वजह से किस तरह से एलेक्स हेल्स को एडिलेड के ग्राउंड में खेलने का काफी ज्यादा एक्सपीरियंस है। दुनिया भर के खिलाड़ी जब अलग-अलग टी20 लीग्स में खेलते हैं तो उन्हें काफी अनुभव मिलता है। इसी वजह से जब वो अपने देश के लिए खेलते हैं तो उस मैदान में खेलने में उन्हें ज्यादा परेशानी नहीं होती है।'