वेस्टइंडीज में चल रही ट्राई सीरीज़ के मुक़ाबले में मेज़बान टीम से करो या मरो के मुक़ाबले में हारकर दक्षिण अफ्रीका सीरीज़ से बाहर हो गई। पूरी सीरीज़ में टीम का प्रदर्शन साधारण रहा। ऐसे में ये कहना ग़लत नहीं होगा कि खिलाड़ियों ने अपने समर्थकों को पूरी तरह निराश किया। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि अगर कोई टीम बेहतरीन प्रदर्शन करती है तो उसके खिलाड़ियों की जमकर सराहना होती है और उसके पीछे जिस शख्स ने सबसे ज़्यादा पसीना बहाया होता है लोग उसे ही नज़रअंदाज़ कर देते हैं। आप बिल्कुल सही समझ रहे हैं यह इशारा टीम के कोच की ओर ही है। जब टीम अच्छा प्रदर्शन करती है तो उसका श्रेय खिलाड़ियों को जाता है, पर अगर वही टीम खराब प्रदर्शन करे तो हार का ठीकरा टीम के कोच पर फोड़ा जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ है वेस्टइंडीज से हारने पर प्रोटियाज़ टीम के कोच रसेल डोमिंगो के साथ। मेजबान टीम से हारने के बाद प्रोटियाज़ कोच की जमकर आलोचनाएं हो रही हैं। ऐसे में उनके समर्थन में उतरे दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ए बी डीविलियर्स। डीविलियर्स ने चारों तरफ से हो रही कोच की आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा “इन आलोचनाओं से वो काफी टूट से गए हैं, उन्होंने हमारी टीम के लिए पिछले चार सालों से बहुत अहम भूमिका निभाई है, जिसकी वजह से हमारे अंदर काफी निखार भी आया है। मेरे अनुसार उन्होंने अपना काम बखूबी निभाया है और उन्हें इस तरह के प्रेशर में देखकर काफी बुरा लग रहा है”। डीविलियर्स ने कोच पर से हार का इल्ज़ाम हटाया और खुद पर और टीम के सीनियर खिलाड़ियों पर डालते हुए कहा “इसमें कोचिंग स्टाफ की कोई ग़लती नहीं है। उन्होंने जो हमारे लिए किया है, मेरे लिए वो दुनिया के सबसे बेहतरीन कोचिंग स्टाफ हैं”। “दुर्भाग्यपूर्ण ये हम खिलाड़ी ही हैं जिनकी वजह से उनका सिर झुक गया है। इस सीरीज़ में हमारे पास वापसी करने के कई मौके थे पर हम चूक गए। हमने इस सीरीज़ में कुछ मैच जीते ज़रूर पर ऐन मौके पर हम असफल हो गए, जो कि निराशाजनक है”।