बड़ौदा की जगह जम्मू-कश्मीर से घरेलू क्रिकेट खेल सकते हैं इरफ़ान पठान - रिपोर्ट्स

खबरों के अनुसार भारत के ऑलराउंडर इरफ़ान पठान अगले रणजी ट्रॉफी में जम्मू और कश्मीर के लिए खेलते हुए नजर आ सकते हैं। वह टीम के साथ खिलाड़ी और मेंटर दोनों की तरह जुड़ेंगे। ठीक उसी तरह जिस तरह विदर्भ के साथ वसीम जाफ़र जुड़े हुए हैं, जाफ़र ने इस साल विदर्भ को रणजी चैंपियन बनाने में अहम भूमिका अदा की थी। पिछले कुछ समय से अपनी घरेलू टीम बड़ौदा से बाहर चल रहे इरफ़ान पठान ने कुछ दिनों पहले ही बड़ौदा क्रिकेट संघ को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) के लिए आवेदन दिया है। रणजी ट्रॉफी से पहले उन्हें टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था लेकिन दो मैचों के बाद ही उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। उनकी कप्तानी में बड़ौदा की टीम पहले मैच में मध्य प्रदेश के हाथों 8 विकेट से हार गयी और उस मैच में पठान ने दोनों पारियो में मिलाकर 84 रन बनाये जबकि गेंदबाजी में उन्हें सिर्फ 1 विकेट ही हासिल हुआ था। उसके अगले मैच में आंध्र प्रदेश के खिलाफ उनकी टीम मैच ड्रॉ कराने में सफल रही लेकिन उनके बल्ले से 0 और 4 का स्कोर निकला जबकि गेंदबाजी में भी उन्हें एक ही विकेट मिला। रणजी ट्रॉफी के बाद वर्तमान में चल रहे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी उन्हें टीम में नहीं चुना गया। स्पोर्टस्टार की खबर के मुताबिक एक समय भारतीय टीम के प्रमुख खिलाड़ी रहे इरफ़ान पठान का जम्मू-कश्मीर के लिए खेलना लगभग तय हो गया है। इसके लिए उन्होंने जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के प्रमुख आशिक हुसैन बुखारी से मुलाकात भी की है। खबरें यह भी आ रही है कि बुखारी पिछले सप्ताह पठान के साथ कपिल देव से मिले थे और राज्य में क्रिकेट की खस्ता हालत पर बात की थी। खबरों के मुताबिक अंतिम फैसला 24 जनवरी को होने वाली बैठक में लिया जा सकता है। बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन के साथ खराब सम्बन्ध की वजह से पठान ने टीम बदलने का फैसला किया है। उनसे पहले भी कर्नाटक के लिए खेलने वाले रॉबिन उथप्पा इस रणजी सत्र में सौराष्ट चले गये थे जबकि यूपी से खेलने वाले पियूष चावला ने गुजरात के लिए खेला था।