एक अंग्रेजी अखबार ने भारतीय कप्तान विराट कोहली पर राजकोट टेस्ट के दौरान बॉल टेंपरिंग का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है। अखबार के अनुसार राजकोट टेस्ट में भारतीय कप्तान की गतिविधि भी दक्षिण अफ्रीकी कप्तान फाफ डू प्लेसी की तरह थी। आपको बता दें कि डू प्लेसी पर होबार्ट टेस्ट में बॉल टेंपरिंग के आरोप के बाद 100 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगा था। लेकिन ब्रिटिश अखबार द्वारा उपलब्ध सबूत में कोई आधार नजर नहीं आ रहा इसलिए इसकी जांच नहीं होगी। इस मामले में पाकिस्तान के कुछ पूर्व क्रिकेटरों के बयान आए हैं। उनमें एक बयान उनके पूर्व लेग स्पिनर अब्दुल कादिर का भी है। एक स्थानीय चैनल को इंटरव्यू देते हुए कादिर ने कोहली पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर डाली। उनका कहना था “उन पर भी जुर्माना लगना चाहिए।“ कादिर ने कहा “जब किसी पाकिस्तानी गेंदबाज के एक्शन या अन्य किसी बात पर प्रतिबंध की बात आती है तो आईसीसी तुरंत कदम उठाती है। लेकिन जब भारतीय खिलाड़ियों का कोई मामला आता है, तो आईसीसी पीछे हट जाती है।“ इस पूर्व पाक खिलाड़ी ने सभी बोर्डों से एक साथ अपील करने का आग्रह भी किया। अब्दुल कादिर 80 के दशक में पाकिस्तान के मुख्य लेग स्पिनर थे। उन्होंने पाकिस्तान की तरफ से खेलते हुए 67 टेस्ट मैचों में 236 विकेट लिये तथा 100 से अधिक वन-डे भी खेले। इस मामले में पाक के पूर्व क्रिकेटर और मुख्य चयनकर्ता हारून रशीद भी कूद पड़े। हारून ने कहा “आईसीसी के नियमों के अनुसार खिलाड़ी पर कार्रवाई तभी होती है जब अंपायर या रेफरी शिकायत करे। राजकोट में अंपायर मामले को पकड़ने में नाकाम रहे।“ . पाकिस्तान क्रिकेट संघ के पूर्व चैयरमैन खालिद महमूद ने कहा “हम भारत के लिए वही नियम नहीं देखते। आईसीसी भारत के साथ अलग तरीके से डील करती है। यह रवैया क्रिकेट के लिए खतरनाक है।“ महमूद ने एक कदम आगे बढ़ते हुए कोहली के साथ अंपायरों पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की। गौरतलब है कि पाकिस्तान के वकार युनिस पर 2000 के श्रीलंकाई दौरे पर बॉल टेंपरिंग के लिए आईसीसी ने प्रतिबंध लगाया था। ऐसा पहली बार किसी पाकिस्तानी खिलाड़ी के साथ हुआ था। एक मैच और 50 फीसदी मैच फीस का जुर्माना वकार पर लगा था। अभी हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डू प्लेसी पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होबार्ट मैच में बॉल टेंपरिंग के आरोप में 100 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगा है। .