अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड द्वारा नए फ्यूचर टूर्स प्रोग्राम (एफटीपी) के अनुसार साल 2019 से 2023 के बीच अफगानिस्तान और आयरलैंड क्रिकेट टीम कुल मिलाकर 29 अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैचों में हिस्सा लेने वाली हैं। आयरलैंड टीम इस दौरान 16 टेस्ट मैच खेलगी, तो अफगानिस्तान टीम के 13 टेस्ट मुकाबले होंगे। एफटीपी के कार्यक्रम पर आखिरी फैसला अगले साल 2018 में जून में होने वाली आईसीसी की वार्षिक कॉन्फ्रेंस में लिया जाएगा। इस साल जून में आईसीसी की बैठक के दौरान आयरलैंड और अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को बोर्ड का फुल मेम्बर घोषित करने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट का दर्जा भी दिया गया। उसके बाद दोनों टीमें टेस्ट की मान्यता प्राप्त करने वाली 11वीं और 12वीं टीम बन गई थी। इसलिए आईसीसी ने एफटीपी में इन देशों के 29 टेस्ट मैच 2019-2023 के बीच कराने के फैसले किये है लेकिन उससे पहले आयरलैंड अगले साल पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच खेलेगी, तो अफगानिस्तान क्रिकेट टीम भारत दौरे पर पहला टेस्ट मैच खेलने के लिए आएगी। हालंकि इन दोनों टीमों के अलावा ज़िम्बाब्वे टीम आईसीसी द्वारा निरधारित की गई टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा नहीं है, जो साल 2019 में खेली जाएगी। एफटीपी के अनुसार आयरलैंड टीम 2019 में ऑस्ट्रेलिया, 2020 में श्रीलंका, 2021 में इंग्लैंड व न्यूज़ीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2022 में एक-एक मुकाबला खेलेगी। इसके अलावा अफगानिस्तान के खिलाफ 5, ज़िम्बाब्वे के खिलाफ 4 और बांग्लादेश के खिलाफ 2 टेस्ट मैच में शिरकत करेगी। दूसरी तरफ अफगानिस्तान क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2020 और 2022 में एक-एक टेस्ट खेलेगी और आयरलैंड के खिलाफ 5, ज़िम्बाब्वे के खिलाफ 4 व बांग्लादेश और वेस्टइंडीज के खिलाफ 1-1 टेस्ट में हिस्सा लेगी। एफटीपी के 4 साल के अन्तराल में ज़िम्बाब्वे टीम भी 17 टेस्ट मैचों में शिरकत करती हुई नजर आएगी। ज़िम्बाब्वे के 6 टेस्ट बांग्लादेश के खिलाफ होंगे, तो ज़िम्बाब्वे टीम 4-4 टेस्ट आयरलैंड और अफगानिस्तान के खिलाफ खेलेगी। 2 मैच श्रीलंका के खिलाफ और 1 वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच होगा। इस दौरान ज़िम्बाब्वे टेस्ट मैच के अलावा 40 एकदिवसीय मैचों के साथ 31 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेलेगी।