अफगानिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद शहजाद को एंटी डोपिंग कोड का उल्लंघन करने के आरोप में एक साल के लिए निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने इस वर्ष 17 जनवरी को डोपिंग टेस्ट के लिए सैम्पल दिया था और दोषी पाए जाने के बाद अब आईसीसी ने उन्हें सजा सुनाई है। उन्होंने वजन घटाने की दवा ने ऐसा पदार्थ भी ले लिया जिसे लेना मना है।
आईसीसी की ग्लोबल गवर्निंग बोडी ने गुरुवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि शहजाद की क्रिकेट से संबंधित सभी गतिविधियों पर एक साल के लिए रोक लगाई जाती है। उन्हें आईसीसी के एंटी डोपिंग कोड की धारा 2.1 का दोषी माना गया। उनके द्वारा क्लेनब्युटेरोल का सेवन किया गया था, जो उनके वजह कम करने के सप्लीमेंट के साथ पाया गया। विश्व एंटी डोपिंग रोधी एजेंसी ने इस बात की पुष्टि कर दी है।
शहजाद पर 13 अप्रैल को चार्ज लगाये गए थे और 2 अप्रैल को प्रावधिक रूप से बैन लगाया गया था। इसके बाद उन्हें अपराधी बनाया गया। आईसीसी ने कहा है कि जनवरी 17 को उन्होंने अपने सैम्पल दिए थे इसलिए अगले साल जनवरी तक उन पर एक साल तक प्रतिबन्ध लगाया गया है और यह 17 जनवरी 2017 से प्रभावी माना जाएगा। कोड की धारा 10.8 के अनुसार शहजाद के सैम्पल लेने से लेकर प्रावधिक बैन तक के समय के दौरान आईसीसी के मेडल और अन्य परिणामों से वंचित रहेंगे। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि इस दौरान उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जो भी वन डे, टी20 और चार दिवसीय टेस्ट मैच खेले हैं, उनका रिकॉर्ड नहीं जोड़ा जाएगा।
आईसीसी ने उनके प्रतिबन्ध को पीछे की तारीख में करने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि उन्होंने अपनी गलती को माना है। शहजाद को टीम मैनेजमेंट में 8 किलो वजन कम करने के लिए कहा था। इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाड़ी आंद्रे रसेल को भी इसी वर्ष जनवरी से एक साल के लिए प्रतिबंधित किया गया था।