पूर्व बीसीसीआई सचिव अजय शिर्के ने यह संकेत दिया है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली शुरू से ही अनिल कुंबले को मुख्य कोच बनाए जाने के पक्ष में नहीं थे। उनके अनुसार बोर्ड पदाधिकारियों ने उन्हें राष्ट्रीय टीम का कोच कुंबले को स्वीकार करने के लिए राजी कर लिया था। बकौल शिर्के "कुंबले को कोच बनाते समय कुछ बयान थे. उस समय के हमारे अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने इसमें पहल करते हुए दोनों के साथ एक विस्तारपूर्वक चर्चा की और जब क्रिकेट समिति ने श्रेष्ठ विकल्प के तौर पर कुंबले का नाम सुझाया, हमें इसके साथ जाना था। इसलिए मुझे लगता है कि एक वर्ष का अनुबंध करने के पीछे यही कारण हो सकता है कि हम काम करेंगे और देखेंगे। अभी देखिए यह कैसा गया और भविष्य के लिए विकल्प खुले हैं।" उन्होंने आगे कहा "हमें कहना होगा कि कोहली ने इस पर अपने विचार रखे और जैसा कि मैंने कहा, हमारे अध्यक्ष श्रीमान ठाकुर ने इसमें पहल की और कहा कि यह क्रिकेट समिति में सभी की पसंद है और हम उनकी सिफारिशों का पालन करें और कोहली को यह स्वीकार करना चाहिए। पिछले सप्ताह से ऐसी कई खबरें आई है, जिनमें कहा गया है कि भारतीय कप्तान और मुख्य कोच अनिल कुंबले के बीच अनबन चल रही है, इसके अलावा यह भी सुना गया था कि टीम के अन्य सदस्य भी कोच को लेकर खुश नहीं है। उनके अनुसार खिलाड़ियों को मिलने वाली आजादी नहीं मिल रही है। इसके बाद भविष्य में कुंबले का कोच पद पर बने रहने या नहीं रहने की ख़बरें मीडिया में आई और बोर्ड ने नए कोच के आवेदन भी मांगे। अब इसमें यह देखना भी दिलचस्प है कि चैम्पियंस ट्रॉफी में टीम का प्रदर्शन कैसा रहता है और नया कोच किसे बनाया जाता है। शिर्के ने यह भी कहा कि कुंबले ने उनसे कोच के लिए सम्पर्क किया था तब उन्होंने यही कहा था कि बोर्ड उचित व्यक्ति की तलाश में चयन प्रक्रिया से गुजर रहा है।