भारतीय एकदिवसीय टीम से बाहर चल रहे अजिंक्य रहाणे को अभी भी उम्मीद है कि वो एक बार फिर टीम में वापसी करेंगे और उन्हें 2019 विश्वकप के लिए टीम में जगह भी मिलेगी। रहाणे ने अपना आखिरी एकदिवसीय मुकाबला इस साल फरवरी में खेला था।
अजिंक्य रहाणे ने एक इवेंट के दौरान कहा, "मुझे विश्वास है कि मैं एक बार फिर भारतीय टीम में वापसी करूंगा और विश्वकप के लिए टीम का हिस्सा रहूंगा। घरेलू टूर्नामेंट खेलना काफी जरूरी होता है और मैंने भी हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी में हिस्सा और रन भी बनाए।"
रहाणे ने इसके अलावा यह भी कहा कि खिलाड़ियों की फिटनेस में सुधार आने से मैच के परिणाम में देखने को मिला है। इस वजह से यो-यो टेस्ट से ज्यादा दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
रहाणे ने कहा, "टेस्ट से हमें पता चल जाता है कि फिटनेस के मामले में हम कितना अलग हैं। जिनकी फिटनेस थोड़ी कम है, वो उसके ऊपर काम कर सकते हैं। बेंचमार्क सिर्फ बल्लेबाजी या फिर गेंदबाजी में ही नहीं होना चाहिए, बल्कि फिटनेस के लिए भी मापदंड होने चाहिए।"
हाल के समय में देखने को मिला है कि रहाणे की फॉर्म में गिरावट आई है और नियमित तौर पर रन बनाने में भी नाकाम रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज में भी रहाणे पूरी लय में नजर नहीं आए, लेकिन उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ हुई सीरीज के जरिए फॉर्म में वापसी के संकेत दिए।
रहाणे जिस तरह के बल्लेबाज हैं वो पारी की शुरूआत करते हुए काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं, लेकिन बीच के ओवरों में उन्हें रन बनाते हुए संघर्ष करते हुए देखा गया है। शायद इसी वजह से रहाणे वनडे टीम से बाहर चल रहे हैं।
हालांकि केएल राहुल मिले मौकों का फायदा उठाने में नाकाम रहते हैं, तो रहाणे तीसरे सलामी बल्लेबाज के रूप में जरूर विश्वकप टीम का हिस्सा बन सकते हैं।
क्रिकेट की ब्रेकिंग न्यूज़ और ताज़ा ख़बरों के लिए यहां क्लिक करें