भारतीय खिलाड़ी शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) को गेंदबाज माना जाता है लेकिन उन्होंने कई मौकों पर अपनी बल्लेबाजी भी भारत के लिए मैच में अहम भूमिका निभाई है। यह काम उन्होंने टेस्ट प्रारूप में कई बार किया है। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दौरों पर उन्होंने कई शानदार पारियां खेली थी और अपनी टीम को मुश्किल से निकाला था। गाबा में मिली भारत की यादगार जीत में भी उन्होंने अपने बल्ले का जोर दिखाया था और पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को बड़ी बढ़त लेने से रोका था। उन्होंने एक शानदार अर्धशतकीय पारी खेली थी और इस दौरान वॉशिंगटन सुंदर के साथ एक अहम साझेदारी की थी।
हालाँकि इस मैच में भारत की दूसरी पारी के दौरान शार्दुल ने कुछ ऐसा किया था, जिससे रोहित शर्मा ने अपना आपा खो दिया था। 328 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने कुछ रनों के अंतराल में मयंक अग्रवाल और सुंदर का विकेट गंवा दिया था। ऐसे में क्रीज़ पर ऋषभ पंत का साथ देने के लिए जब शार्दुल आये, तब भारत को महज 10 रन की दरकार थी। ड्रेसिंग रूम में सभी को उम्मीद थी कि शार्दुल और पंत भारत को फिनिशिंग लाइन तक पहुंचा देंगे लेकिन दाएं हाथ के बल्लेबाज ने एक खराब शॉट खेलकर 2 रन के निजी स्कोर पर अपना विकेट गंवा दिया था।
रहाणे और अश्विन ने बताया पूरा किस्सा
रहाणे ने वूट पर रिलीज हुई डॉक्यूमेंट्री 'बंदों में था दम' में बताया,
वॉशिंगटन के आउट होने पर शार्दुल ठाकुर अंदर जा रहे थे। रोहित ने उनसे कहा 'यह आपके लिए हीरो बनने का मौका है'। और उसने बस सिर हिलाया और चला गया।
इसके बाद अश्विन ने आगे बताया,
जैसे ही वह जाने वाला था, रोहित ने कहा, "शार्दुल, इसे खत्म करो"। उसने ठीक यही कहा, मैं शार्दुल को पूरी तरह समझता हूं। उन्होंने कल्पना की होगी... 'जैसे रवि भाई ने कहा, धोनी हिट्स सिक्स एंड विन द वर्ल्ड कप'। तो शार्दुल के दिमाग में पहले से ही वह पल, कमेंट्री, किताब, फिल्म, सब कुछ चला रहा था। शार्दुल ने शार्ट स्क्वायर लेग पर बड़ा शॉट खेला और आउट हो गया। ड्रेसिंग रूम में सभी हैरान थे।
रहाणे ने आगे इस वाकये के बारे में बताते हुए कहा,
मेरे बगल में रोहित बैठे थे। उन्होंने कहा कि मैच खत्म होने दो, हमें जीतने दो, मैं उसे सबक सिखाऊंगा। मैंने कहा कि इसे भूल जाओ, मैच खत्म होने के बाद देखा जायेगा कि क्या करना है।
शार्दुल ठाकुर के आउट होने के बाद और कोई विकेट नहीं गिरा और भारत ने यह मैच सात विकेट से जीता। ऋषभ पंत 89 रन बनाकर नाबाद लौटे। उनके अलावा शुभमन गिल (91) और चेतेश्वर पुजारा (56) ने भी अहम योगदान दिया था।