इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के लिए अंजिक्य रहाणे को भारतीय टीम में जगह नहीं मिली है और इसको लेकर पूर्व चयनकर्ता और कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने नाराजगी जाहिर की है। वेंगसरकर ने कहा है कि रहाणे जैसे अनुभवी और दिग्गज प्लेयर को टीम में शामिल किया जाना चाहिए था। उनका रिकॉर्ड विदेशों में बाकी बल्लेबाजों से काफी बेहतर है और वो इंग्लैंड की पिचों पर काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं। वेंगसरकर ने कहा कि रहाणे जैसे बड़े और अनुभवी खिलाड़ी को चयनकर्ता इस तरह नजरंदाज नहीं कर सकते हैं। एकदिवसीय क्रिकेट में वो मध्यक्रम में उपयोगी बल्लेबाजी साबित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी रहाणे को ज्यादा मौके नहीं मिले लेकिन उन्हें जब भी अवसर मिला उसका उन्होंने पूरा फायदा उठाया और अच्छी पारी खेली। वेंगसरकर ने इसके अलावा यो-यो टेस्ट में फेल होने की वजह से खिलाड़ियों के बाहर होने पर भी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ये खिलाड़ियों के लिए काफी मुश्किल होता जा रहा है क्योंकि इस टेस्ट की वजह से आखिर के पलों में उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाता है। वेंगसरकर ने कहा कि यो-यो टेस्ट पास करने के लिए खिलाड़ियों को दूसरा मौका मिलना चाहिए। कुछ दिन के अंतराल पर अगर उन्हें फिर से मौका मिले तो वो कुछ कर सकते हैं। गौरतलब है यो-यो टेस्ट में फेल होने की वजह से हाल ही में कई खिलाड़ियों को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। जिन खिलाड़ियों को बाहर किया गया उनमें लंबे समय बाद वापसी कर रहे अंबाती रायडू, तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और इंडिया ए टीम से बाहर हुए संजू सैमसन का नाम प्रमुख है। टीम के कोच रवि शास्त्री ने साफ कर दिया है कि अगर खिलाड़ियों को भारत के लिए खेलना है तो अच्छे प्रदर्शन के साथ-साथ उन्हें यो-यो टेस्ट में भी खरा उतरना होगा। भारतीय टीम अभी ऑयरलैंड और इंग्लैंड के दौरे पर है। ऑयरलैंड से पहला मैच टीम जबरदस्त तरीके से जीत चुकी है लेकिन असली चुनौती 3 जुलाई से शुरु हो रहे इंग्लैंड दौरे से शुरु होगी।