रणजी ट्रॉफी 2023-2024 (Ranji Trophy) सीजन के खिताबी मुकाबले में मुंबई ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए विदर्भ को 169 रनों से मात दी। इस मुकाबले में जीत के साथ ही मुंबई ने इतिहास रचते हुए 42वीं बार रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया। अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) की कप्तानी में मुंबई की टीम ने खिताबी मुकाबले में कमाल का प्रदर्शन किया। हालांकि इस पूरे सीजन में टीम के कप्तान रहाणे का बल्ला कुछ खास नहीं चल सका। उन्होंने मुंबई की खिताबी जीत के बाद अपने बल्लेबाजी फॉर्म को लेकर बड़ा बयान दिया है।
मुंबई की जीत के बाद बात करते हुए अजिंक्य रहाणे ने कहा, ‘उतार-चढ़ाव खेल का हिस्सा होता है। मैं कभी अपने बारे में नहीं सोचता हूं। मैं हमेशा टीम को पहले देखता हूं। मैंने बल्ले से इस सीजन भले ही टीम के लिए सबसे कम रन बनाए हों लेकिन मैं इस बात को लेकर खुश हूं कि हम चैंपियन बने। यह फेज हर खिलाड़ी के करियर में आता है। आपको बस कड़ी मेहनत जारी रखनी चाहिए।’
अजिंक्य रहाणे ने रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में 8 मुकाबले खेले। इस दौरान उनके बल्ले से सिर्फ 214 रन निकले। हालांकि, उन्होंने खिताबी मुकाबले में विदर्भ के खिलाफ मुंबई की दूसरी पारी में कमाल की बल्लेबाजी की और 73 रनों की अहम अर्धशतकीय पारी खेली।
आपको बता दें कि रणजी ट्रॉफी का फाइनल मुंबई के दिग्गज तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी के क्रिकेट करियर का आखिरी मुकाबला था। ऐसे में धवल को लेकर रहाणे ने कहा, ‘मैं उनके साथ अंडर-14 के समय से साथ खेल रहा हूं। हमने अंडर-19 का टूर एक साथ किया था। वह जिस तरह से मैदान के अंदर और बाहर रहते हैं एवं अपने अनुभव युवाओं के साथ साझा करते हैं, उससे टीम को काफी फायदा मिलता है। वह एक रोल मॉडल की तरह हैं। मैं धवल को उनके आने वाले भविष्य के लिए शुभकामनाएं देना चाहता हूं।’