अगर आपको अपनी टेस्ट टीम का मिलिड ऑर्डर मजबूत करना है तो राहुल द्रविड़ को टीम में शामिल करना होगा। राहुल द्रविड़ तकनीक के धनी थे। क्रिकेट में ऐसी तकनीक हर किसी बल्लेबाज के पास नहीं होती। अपनी मजबूत तकनीक के दमपर वो गैप ढूंढने में माहिर थे। द्रविड़ की रॉक सालिड तकनीक और विदेशी सरजमीं पर बेहतरीन प्रदर्शन के दमपर उन्हें द वॉल नाम मिला। राहुल द्रविड़ एक ऐसे बल्लेबाज थे जो टेस्ट मैच बचाने के लिए कई दिनों तक विकेट पर डटे रहते थे। बेहतरीन बल्लेबाज होने के साथ साथ द्रविड़ अच्छे स्लिप फील्डर भी थे। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 210 कैच पकड़े हैं। द्रविड़ के नाम 164 टेस्ट मैचों में 52.31 की औसत से 13,288 रन हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 36 शतक और 63 अर्धशतक भी बनाए हैं, जिसमें से ज्यादातर ऑस्ट्रेलियाई के खिलाफ आए हैं।