वैसे तो चोकर्स का तमगा साउथ अफ्रीका के पास है, लेकिन इंग्लैंड एक ऐसी टीम है, जिसने सबसे ज्यादा बार फाइनल मुकाबलों में मात खाई है। वह देश, जो खुद ही इस खेल को दुनिया के सामने लाया। इंग्लैंड 7 बार आईसीसी टूर्नामेंट्स के फाइनल मुकाबलों तक पहुंचा है, जिसमें 6 बार उसे हार का मुंह देखना पड़ा है। इंग्लैंड आज तक सिर्फ एक आईसीसी टूर्नामेंट (2010 वर्ल्ड टी20) में जीत हासिल कर पाया है, जिसमें उसने ऑस्ट्रेलिया को हराया था। गौरतलब है कि इस टूर्नामेंट में भी इंग्लैंड बारिश की मदद से ही ग्रुप स्टेज से आगे पहुंच सका था। पिछले 2 सालों में, इंग्लैंड ने टी20 के लिहाज से एक संतुलित टीम तैयार कर ली है। उनके पास कई स्टार परफॉर्मर्स हैं। आईसीसी टी20 रैंकिंग में इंग्लैंड दूसरे नंबर पर है। 2005 में टीम ने अपना पहला टी20 मैच खेला था, जिसके बाद से अभी तक 9 खिलाड़ी टीम की कमान संभाल चुके हैं। आइए जानते हैं इन कप्तानों के बारे में:
क्रम. | नाम | अवधि | मैच | जीत | टाई | हार | परिणाम नहीं |
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1 | माइकल वॉन | 2005–2007 | 2 | 1 | 0 | 1 | 0 |
2 | एंड्रू स्ट्रॉस | 2006–2009 | 3 | 0 | 0 | 3 | 0 |
3 | पॉल कॉलिंगवुड | 2007–2010 | 30 | 17 | 0 | 11 | 2 |
4 | एलिस्टेयर कुक | 2009 | 1 | 0 | 0 | 1 | 0 |
5 | स्टुअर्ट ब्रॉड | 2011–2014 | 27 | 11 | 0 | 15 | 1 |
6 | ग्रेम स्वान | 2011 | 3 | 2 | 0 | 1 | 0 |
7 | इयोन मॉर्गन | 2012-2017 | 26 | 14 | 0 | 12 | 0 |
8 | जेम्स ट्रेडवेल | 2013 | 1 | 0 | 0 | 0 | 1 |
9 | जोस बटलर | 2015-2017 | 2 | 2 | 0 | 0 | 0 |
कुल रिकॉर्ड - | 95 | 47 | 0 | 44 | 4 |
टी20 प्रारूप के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आने के वक्त माइकल वॉन अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर थे। उनकी उम्र 30 साल के करीब थी। उन्होंने टीम की ओर से 2 टी20 मैच खेले और दोनों में कप्तानी की। पहला मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था, जिसमें वॉन अपना खाता तक नहीं खोल सके। हालांकि, टीम ने कंगारुओं पर 79 रनों की शानदार जीत दर्ज की। श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ आगामी मैचों में चोटिल वॉन नहीं खेल सके। वॉन ने 2007 विश्व कप से कुछ महीनों पहले सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना दूसरा और आखिरी टी20 मैच खेला। ऑस्ट्रेलिया के 221 रनों के जवाब में इंग्लिश टीम महज 144 रन ही बना सकी, जिसमें वॉन ने 27 गेंदों पर 21 रन बना सहयोग दिया। #2 एंड्रयू स्ट्रॉस स्ट्रॉस ने कुल 4 टी20 खेले, जिसमें से 3 में टीम की कमान संभाली। 4 मैचों में स्ट्ऱॉस ने 18.25 के औसत से 73 रन बनाए। उनका सर्वाधिक स्कोर साउथैम्पटन में श्रीलंका के खिलाफ 33 गेंदों में 21 रन रहा। उनकी टी20 कप्तानी का रिकॉर्ड बहुत ही खराब रहा है क्योंकि उनके नेतृत्व में टीम एक भी मैच नहीं जीत सकी। एक मैच में टीम ने श्रीलंका को कड़ी टक्कर जरूर दी, जिसमें उसे 2 रन से हार का मुंह देखना पड़ा। स्ट्रॉस ने अपना आखिरी टी20 पोर्ट ऑफ स्पेन में 2009 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला। बतौर टेस्ट टीम कप्तान, एंड्रयू स्ट्रॉस ने इंग्लैंड को ऐतिहासिक जीत दिलवाई हैं, लेकिन टी20 में वह सबसे असफल कप्तान रहे हैं। #3 पॉल कॉलिंगवुड दुनिया के ऑलटाइम बेहतरीन फील्डर्स में शुमार पॉल कॉलिंगवुड न सिर्फ इंग्लैंड के सबसे शानदार क्रिकेटरों में से एक हैं, बल्कि उनके सबसे सफल टी20 कप्तान भी हैं। उन्होंने सबसे अधिक टी20 मैचों में टीम की कमान संभाली है। उन्होंने टीम के लिए 35 मैच खेले हैं, जिनमें 18.80 के औसत और 127.01 के स्ट्राइक रेट के साथ 583 रन बनाए। कुछ 3 अर्धशतक लगाए और सर्वाधिक स्कोर 79 रनों का रहा। 35 में से 30 मैचों में कॉलिंगवुड ने टीम की कप्तानी की, जिसमें से 17 मैचों में टीम को जीत तक ले गए। 11 मैचों में टीम को हार झेलनी पड़ी और 2 मैच बेनतीजा रहे। उनकी कप्तानी में टीम ने 2010 टी20 विश्व कप जीता। फाइनल मैच में कॉलिंगवुड बल्ले से तो कमाल नहीं दिखा सके, लेकिन फील्ड पर उनका प्रदर्शन लाजवाब रहा और उन्होंने 4 कैच पकड़े। टूर्नामेंट के बाद उनकी कप्तानी की जमकर तारीफ हुई, लेकिन एक साल बाद उनकी जगह स्टुअर्ट ब्रॉड ने ले ली।#4 एलिस्टेयर कुक इंग्लैंड के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक कुक ने टीम के लिए 4 टी20 मैच खेले हैं, जिनमें 15.25 के औसत और 112.96 स्ट्राइक रेट के साथ 61 रन बनाए हैं। कुक ने सिर्फ एक मैच में और कॉलिंगवुड की अनुपस्थिति में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टीम की कप्तानी की। दक्षिण अफ्रीका ने ओपनर्स ग्रेम स्मिथ और लूट्स बोसमैन (88 रन और 94 रन क्रमश:) की साझेदारी की बदौलत 241 का लक्ष्य खड़ा किया, जिसके जवाब में इंग्लिश टीम 8 विकेट खोकर सिर्फ 157 रन ही बना सकी। कुक ने इस मैच में ही अपने टी20 करियर का सर्वाधिक स्कोर (21 गेंदों में 26 रन) बनाया। यह उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच था। #5 स्टुअर्ट ब्रॉड टी20 में इंग्लैंड की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड 56 टी20 मैच खेल चुके हैं। उन्होंने 22.93 के औसत के साथ 65 विकेट लिए हैं और उनकी इकॉनमी 7.62 की रही है। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 24 रन देकर 4 विकेट लेने का रहा है। ब्रॉड ने कुल 27 टी20 मैचों में कप्तानी की, जिनमें से 11 में जीत मिली, 15 में हार और 1 मैच बेनतीजा रहा। ब्रॉड ने 2012 और 2014 दोनों ही विश्व कप में टीम की कप्तानी की, जिनमें टीम कुल 9 मैचों में सिर्फ 3 मैच ही जीत सकी। हारे हुए मैचों में, 2014 विश्व कप में नीदरलैंड से मिली 45 रनों की अप्रत्याशित हार भी शामिल है। ब्रॉड को इसके बाद कप्तानी से हटा दिया गया और उनकी जगह इयॉन मॉर्गन को कमान सौंपी गई। #6 ग्रेम स्वान स्वान ने 3 टी20 मैचों में कप्तानी की, जिसमें से 2 में उन्होंने टीम को जीत दिलाई। उनकी गिनती सबसे उम्दा टी20 स्पिनरों में होती रही है। उन्होंने इस प्रारूप में टीम के लिए 39 मैचों में 51 विकेट लिए। उनका औसत 16.84 और इकॉनमी रेट 6.36 का रहा। 2011 में जब वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड का दौरा किया था, तब दोनों के बीच 2 टी20 मैचों की सीरीज होनी थी। तत्कालीन कप्तान स्टुअर्ट ब्रॉड और उपकप्तान इयॉन मॉर्गन के चोटिल होने की वजह से यह जिम्मेदारी स्वान को सौंपी गई। सीरीज में दोनों टीमें 1-1 मैच जीत सकीं। सीरीज के कुछ हफ्तों बाद स्वान ने भारत के खिलाफ एक और मैच में टीम की कप्तानी की और जीते भी। प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद भी उन्हें आगे मौका नहीं दिया गया और कप्तानी ब्रॉड के पास ही रही। #7 जेम्स ट्रेडवेल आश्चर्यचकित न हों, ट्रेडवेल ने भी एक मैच में टीम की कप्तानी की है। ट्रेडवेल को 2011 विश्व कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ क्वॉर्टरफाइनल मैच में अपने शानदार स्पेल (43/4) के लिए खासतौर पर याद किया जाता है। उन्होंने कुल 17 टीम-20 मैच खेले हैं और सिर्फ 7 विकेट ही लिए हैं। उनका औसत (59.42) बहुत खराब रहा है। उनका इकॉनमी रेट 7.87 का है। 2013 में न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड का दौरा किया था। पहले टी20 मैच में कीवी टीम ने इंग्लैंड को 5 रनों से हरा दिया था और दूसरे में ट्रेडवेल को मॉर्गन की जगह टीम की कमान संभालनी थी। टीम पहले बैटिंग करने उतरी और दूसरी गेंद पर ही पहला विकेट गिरने के बाद बारिश की वजह मैच आगे हो ही नहीं सका। #8 जोस बटलर इंग्लैंड के उम्दा और आक्रामक मध्यमक्रम के बल्लेबाज बटलर टी20 में टीम की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में चौथे नंबर पर हैं। उन्होंने 56 मैचों में 26.59 के औसत के साथ 984 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट 139.77 का रहा है। उनका सर्वाधिक स्कोर श्रीलंका के खिलाफ 49 गेंदों में 73 रन का है। सीमित ओवरों में टीम के हालिया उपकप्तान बटलप ने दो बार टी20 में कप्तानी की है। पहला मौका था दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ, जिसमें उन्होंने 33 गेंदों में 22 रन बनाए और टीम ने 172/8 का लक्ष्य खड़ा किया। पाकिस्तान ने पुरजोर कोशिश की, लेकिन लियाम प्लंकेट के शानदार स्पेल की बदौलत टीम ने जीत हासिल कर ली और सीरीज भी 2-0 से जीत ली। बतौर कप्तान बटलर का दूसरा मैच कुछ हफ्तों पहले इंग्लैंड द्वारा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला गया आखिरी टी20 था। बटलर ने 22 गेंदों पर 31 रन बनाए। मैच में इंग्लैंड जीता। #9 इयोन मॉर्गन मॉर्गन टी-20 में इंग्लैंड की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने काफी टी20 मैचों में टीम की कप्तानी की है। कुल 69 मैचों में इस पूर्व आइरिश खिलाड़ी ने 29.14 के औसत और 131.05 के स्ट्राइक रेट के साथ 1574 रन बनाए हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 45 गेंदों पर 85 रनों का है। मॉर्गन ने टीम की ओर से 5 टी20 विश्व कप खेले हैं। 2010 में जब टीम ने विश्व कप जीता था, तब वह ग्रुप मैचों और सुपर 8 मिलाकर टीम की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। उन्हें पहली बार कप्तानी का मौका भारत के खिलाफ 2 टी20 मैचों की सीरीज के दौरान मिला। आखिरी मैच में उनकी पारी की बदौलत टीम को जीत हासिल हुई और सीरीज 1-1 से बराबर हुई। 2014 टी20 विश्व कप में नीदरलैंड के हाथों बाहर होने के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड की जगह उन्हें कप्तानी सौंपी गई। अभी तक मॉर्गन 26 मैचों में टीम की कप्तानी कर चुके हैं, जिनमें से 13 में टीम को जीत मिली है और 12 में हार। 1 मैच टाई हो गया। बतौर कप्तान उनकी सबसे बड़ी सफलता है 2016 टी20 विश्व कप में टीम को फाइनल तक ले जाना। लेखकः नीलाभ्र रॉय, अनुवादकः देवान्श अवस्थी