इंग्लैंड के हरफनमौला (आल-राउंडर) खिलाड़ी बेन स्टोक्स आईपीएल 2017 की नीलामी में सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी साबित हुए हैं। स्टोक्स को राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स ने 14.5 करोड़ की भारी-भरकम राशी में खरीदा है। मौजूदा समय उनके लिए बेहतरीन साबित हो रहा है। हाल में ही उन्हें देश की टेस्ट टीम में उप-कप्तान बनाया गया। यानी कप्तान जो रूट और उप-कप्तान बेन स्टोक्स के कंधों पर इंग्लैंड टेस्ट टीम को आगे ले जाने की जिम्मेदारी है। 2016-17 भारत दौरा उनके लिए काफी अच्छा साबित रहा। भारतीय क्रिकेट टीम को बेन स्टोक्स ने कई बार अपनी प्रतिभा से परेशान किया। नीलामी में मिली राशी उसी का ईनाम है। आईपीएल की हर टीम की नज़र इस हरफनमौला खिलाड़ी पर टिकी हुई थी। मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु ने एक के बाद एक कई बोलियां स्टोक्स के लिए लगाई, लेकिन अंत में बाजी पुणे ने मारी। टी-20 में भले ही स्टोक्स का आंकड़ा अच्छा न हो, लेकिन टेस्ट मैच और वन-डे मैचों में उन्होंने अपने खेल से सभी को प्रभावित जरुर किया है। क्रिकेट की दुनिया में बेन स्टोक्स एक ऐसा नाम है, जो कि बल्लेबाजी, गेंदबाज़ी और क्षेत्ररक्षण में माहिर खिलाड़ी है। ये खूबियां उन्हें टी-20 फॉर्मेट के लिए बेहतरीन खिलाड़ी बनाते हैं। आइये उन पांच बातों के बारे में बताते हैं, जिसके बारे में बहुत कम लोगों को पता है – 5- न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में जन्म हुआ इंग्लैंड के लिए खेलने वाले बेन स्टोक्स का जन्म देश में न होकर न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में हुआ था। स्टोक्स के पिता गेर्राड की नागरिकता जन्म से न्यूजीलैंड की थी। गेर्राड स्टोक्स रग्बी खिलाड़ी थे। बाद में बतौर कोच उन्होंने 5 टीमों को रग्बी कोचिंग दी। स्टोक्स के पिता ने पहले उन्हें रग्बी खेलने के लिए प्रेरित किया। बाद में उन्हें एहसास हो गया कि उसे रग्बी को लेकर कोई खास उत्साह नहीं है। जब स्टोक्स 12 वर्ष के थे, तब उनके पिता को वर्किंगटन टाउन रग्बी टीम की कोचिंग के लिए कोच की नौकरी का प्रस्ताव दिया गया, जिसे उन्होंने स्वीकार किया। इंग्लैंड के कोकरमाउथ में शहर में बड़े हुए। इस दौरान उन्होंने कोकरमाउथ क्रिकेट क्लब की तरफ से खेला। पिता की नौकरी छूटने के बाद स्टोक्स की क्रिकेट प्रतिभा ने ही परिवार को संभाला। उनकी प्रतिभा को एक व्यक्ति ने पहचाना और क्रिकेट में करियर बनाने में मदद की। किशोर रहते हुए स्टोक्स ने इंग्लिश क्रिकेट जैसे तीन बड़े खिताब अपने नाम किए।
4- गुस्सा बहुत आता है
फिल्ड के अंदर और बाहर बेन स्टोक्स अपने गुस्से के लिए काफी प्रचलित हैं। अपने गुस्से की वजह से काफी बार सज़ा भी पा चुके हैं। कई इंग्लैंड के खिलाड़ियों की तरह स्टोक्स स्लेजिंग में माहिर हैं। इसी स्लेजिंग के कारण उन्हें कई मौकों पर शर्मिन्दा भी होना पड़ा। फिल्ड के बाहर उनके गुस्से की बात करें, तो इसके कारण उन्हें कई बार चोटिल होना पड़ा। 2013 की एक मैच में उन्हें शून्य में चलता कर दिया गया था। टी-20 सीरीज़ का यह फाइनल मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला गया था। शून्य पर आउट होने के बाद स्टोक्स बहुत गुस्से में थे। झल्लाते हुए ड्रेसिंग रूम पहुंचे और यहां आकर लॉकर पर जोरदार पंच जड़ दिया। पंच इतना जोरदार था कि उनकी एक उंगली फ्रैक्चर हो गई। इस घटना के बाद से उन्हें ‘द हर्ट लॉकर’ के नाम से भी जाना जाने लगा। उंगली में लगी इसी चोट के कारण स्टोक्स 2014, बांग्लादेश में हुए टी-20 विश्वकप में भाग लेने वाली इंग्लैंड टीम का हिस्सा नहीं बन पाए थे। ये स्टोक्स के लिए कोई नया वाक्या नहीं था। इसी तरह से किशोरावस्था में एक बार फायर-डोर पर पंच मार दिया था, और इसी तरह के चोट का सामना करना पड़ा था।
3- दोनों हाथ में है टैटूज़
विभिन्न खेलों में कई खिलाड़ी टैटू के शौकिन हैं। बेन स्टोक्स भी इससे अछूते नहीं है। उनके दोनों हाथ कई टैटूज़ आपको दिख जाएंगे। इन टैटूज़ में कई प्रेरणादायक टैटू भी हैं। इसी तरह के एक टैटू में उन्होंने लिखवाया है कि अगर तुम बेस्ट बनना चाहते हो तो अपना बेस्ट दो और हार का डर जैसा कुछ भी नहीं है। 2016 टी-20 विश्वकप में इंग्लैंड ने फाइनल तक का सफर पूरा किया था। इस सफर में स्टोक्स ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अच्छे प्रदर्शन के बावजूद इंग्लैंड को फाइनल में वेस्टइंडीज से शिकस्त का सामना करना पड़ा। फाइनल का आखिरी ओवर स्टोक्स ने किया था। ब्रेथवेट ने इस ओवर में चार छक्के लगाये थे, और इंग्लैंड से जीत छीन ली थी। इसके कुछ हफ्तों बाद स्टोक्स ने नया टैटू बनवाया, फिनिक्स राइजिंग फ्रम द एशेज टैटू में लिखवाया। साफ है कि मैच में हार के लिए उन्होंने खुद को कसूरवार माना और इससे उबरने के लिए खुद को प्रेरणा देने के लिए ये टैटू बनवाया।
2- दूसरा सबसे तेज दोहरा टेस्ट शतक इनके नाम
जनवरी 2016 में इंग्लैंड की टीम ने साउथ अफ्रीका का दौरा किया था। टेस्ट सीरीज़ का दूसरा मैच कैप टाउन में हुआ था। इस मैच में इंग्लैंड की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपने 223 रन पर अपने आधे विकेट खो दिए। स्टोक्स नंबर छह पर आए और विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो के साथ मिलकर टीम का स्कोर 399 पर पहुंचाया।
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के इतिहास में यह दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुई। वहीं टेस्ट इतिहास में छठे विकेट के लिए यह अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुई है। इस पारी में स्टोक्स ने 198 गेंद पर 258 रन बनाए थे। टेस्ट कैरियर में स्टोक्स का यह बेहतरीन स्कोर है। 163 गेंदों में 200 रन बनाकर स्टोक्स ने दूसरा सबसे तेज शतक बनाया। हालांकि, स्टोक्स ने 250 रन भी इस मैच में 196 गेंदों में बनाए, जो कि तेज 250 रन बनाने का मुकाम हासिल किया।
1- आईपीएल के इतिहास में सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बने
2017 आईपीएल नीलामी में सभी की नजर इस बात पर टिकी हुई थी कि कौन सबसे महंगा खिलाड़ी बनेगा। नीलामी में छह टीमों ने तो जैसे एक खिलाड़ी के नाम पर सारी ताकत झोंकने का मन बनाकर रखा था। इस खींचतान में पुणे ने 14.5 करोड़ रुपये की बोली लगाकर अन्य टीमों की मंशा पर विराम लगा दिया। यह पहला मौका था, जब स्टोक्स ने आईपीएल नीलामी में भाग लिया। पिछले साल टी-20 विश्वकप में बल्ले और गेंद से उन्होंने कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 170 के करीब रहा। वहीं टी-20 में कैरियर स्ट्राइक रेट 136.17 है, और साथ ही 10 विकेट झटके हैं। पिछले सीज़न में शेन वॉटसन सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बने थे, लेकिन 2017 सीज़न में उनको पीछे करते हुए, अब तक के सबसे मंहगे खिलाड़ी बन गए हैं। सबसे खास बात ये है कि दोनों ही हरफनमौला खिलाड़ी हैं, जो कि बल्लेबाजी और गेंदबाजी से मैच का रूख किसी समय भी मोड़ सकते हैं। आईपीएल नीलामी में सबसे महंगे खिलाड़ी युवराज सिंह रहे हैं। उनके लिए 16 करोड़ की बोली लगी थी। बेन स्टोक्स इस मामले में दूसरे महंगे खिलाड़ी बने हैं, जिनके लिए 14.5 करोड़ की बोली लगी।