बैक इंजुरी ने तोड़ा टेस्ट का सपना
2013-14 ऐशज़ सीरीज़ में जब मिचेल जॉनसन ने इंग्लैंड टीम की बुरी गती की थी, तब कई बार इंग्लैंड की टेस्ट टीम में मिल्स को शामिल करने के बारे में सोचा गया। उस समय चयनकर्ताओं ने घरेलू सर्किट में मिल्स को एक पूर्ण गेंदबाज के रूप में उभरने का मौका देने की बात सोची। 2015 काउंटी सीज़न से पहले सुस्सेक्स टीम में चले गए और इस तरह से फस्ट डिविज़न चैम्पियनशिप खेलेने का मौका उनको मिला। हालांकि, इस प्रतियोगिता में बैक इंजुरी की वजह से कुछ मैच ही खेलने का मौका मिला। आगे चलकर जब उनका मेडिकल हुआ, तब पता चला कि वो कंजेनिटल बैक कंडीशन का सामना कर रहे हैं। अपनी इस दिक्कत की वजह से मिल्स ने टेस्ट मैच खेलने की महत्वकांक्षा को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। इसके बाद सिर्फ छोटे फार्मेट में ही खेलने का निर्णय लिया, जो अब तक सही साबित हो रहा है।